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बिहार दिवस के मौके पर बिहार भाजपा के वरीय नेता व बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि आज हम सब का सौभाग्य है कि हम सब 113 वा बिहार दिवस मना रहे हैं- डॉ प्रेम कुमार

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/आज के ही दिन पश्चिम बंगाल से बिहार अलग अस्तित्व में आया था। 22 मार्च 1912 को पश्चिम बंगाल का विभाजन हुआ था। तब से बिहार अस्तित्व में आया है।आज विश्व जल दिवस एवं विश्व वन दिवस भी मनाया जा रहा है। हम सब का कर्तव्य है जल और वन दोनों की रक्षा करना, संवर्धन करना हमारा कर्तव्य है।बिहार दिवस पर “हम सब का नारा है,जन-जन का नारा है, अपना बिहार सबसे प्यारा है।” आज चहुं ओर,उत्साह,उमंग, उल्लास का वातावरण है। हम सब का सपना है उन्नत बिहार_विकसित बिहार बनाना है। जिसे पूरा करने के लिए बिहार के एनडीए और केंद्र की मोदी सरकार काम कर रही है। बिहार ज्ञान,मोक्ष एवं कर्म की भूमि सदा रही है। भगवान बुद्ध को ज्ञान,भगवान महावीर को शांति एवं महात्मा गांधी जी को चंपारण की धरती से आजादी की क्रांति के लिए कर्म भूमि मिली थी। माता सीता की जन्म भूमि, आदि कवि वाल्मीकि, मैथिली कवि विद्यापति,अर्थशास्त्री चाणक्य,शून्य के प्रथम प्रयोगकर्ता आर्यभट्ट, चंद्रगुप्त, पाणिनि,आयुर्वेद के जनक धनमंतरी, सम्राट अशोक, बिंबिसार,जरासंध इसी धरती के पुत्र थे। राष्ट्रकवि दिनकर, फणीश्वर नाथ रेणु, नागार्जुन, प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू, बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह,किसानों के नेता सहजानंद सरस्वती, आजादी के दीवाने वीर कुंवर सिंह ,भगवान लाल,घसीट कहार, कपिल मुनि, बटुकेश्वर दत्त, जुब्बा साहनी जैसे वीर शहीद हम ही ने दिए। प्रसिद्ध गणितज्ञ आनंद,शून्य की खोज, अर्थशास्त्र, व्याकरण ,आयुर्वेद के जनक बिहार से ही पैदा हुए थे। विश्व प्रसिद्ध वैशाली की गणिका आम्रपाली, देवों के देव महादेव भी विद्यापति की उगना के रूप में सेवा की थी। साक्षात भगवान भास्कर की पूजा, छठ व्रत समूचे विश्व में बिहारी पर्व के नाम से धूमधाम से मचाते हैं। हम ही हैं जो सिर्फ उगते सूरज को नहीं बल्कि डूबते सूरज को भी अर्घ्य यानी पूजते हैं। विश्व प्रसिद्ध नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय में देश_विदेश से विद्यार्थी ज्ञान अर्जन करने आते थे। भिखारी ठाकुर, बिंदेश्वरी पाठक, शारदा सिन्हा, भारत रत्न गुदरी के लाल कर्पूरी ठाकुर को बिहार की धरती नहीं जन्म दिया। धन्य है बिहार, धन्य है हम बिहारी, जहां हर वर्ष सबसे अधिक आई ए एस , आईपीएस एवं बैंक पी ओ बनते हैं। बिहारी होना शर्म नहीं, गर्व की बात है। हम अपने श्रम से सुंदर संसार बनाते हैं। हमारे पसीने की महक देश के सभी राज्यों सहित विश्व में चमक बिखेर रहे हैं।इस अवसर पर समस्त बिहार वासियों को बिहार दिवस की ढेर सारी बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।*

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