नवेंदु मिश्र
विश्रामपुर – ओ.बी.सी. एकता अधिकार मंच, झारखंड प्रदेश के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद (बी. डी. प्रसाद) के नेतृत्व में झारखंड राज्य के राजधानी रांची से चलकर पलामू जिला
के पांडू प्रखंड दरुआ, तिसीबर, कजरू कला गांव होते हुए पाण्डु बाजार में पहुंचा।
मौके पर रफ़ी नश्तर ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद यहां पिछड़ा एवं ओ.बी.सी. आबादी 60% से अधिक है फिर भी सामाजिक आर्थिक आधार पर ओ.बी.सी. को एकमात्र 14% आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है जो उचित नहीं है झारखंड में रहने वाले पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के द्वारा जातीय जनगणना के आधार पर 52% आरक्षण की मांग के समर्थन की आवाज उठानी जरूरी है हर सरकार को पिछला वर्ग की लोगों को सभी क्षेत्रों में आरक्षण लागू करना होगा।
महफूज आलम ने कहा कि चाहे वह सरकारी संस्था हो या गैर सरकारी संस्था सभी में 52% आरक्षण की व्यवस्था हो साथ ही सभी ओबीसी छात्र-छात्राओं के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था कर उन्हें पढ़ने के लिए ओबीसी छात्रावास की व्यवस्था हर जिले में हो।
मौके पर अरविंद कुमार , मनोज व अन्य लोग मौजूद थे।