एनडीए गठबंधन है अटूट: आर के सिन्हा।।…

रंजीत कुमार सिन्हा मैंने माननीय वशिष्ठ नारायण सिंह जी का बयान देखा है । वे हमलोगों के प्रिय वशिष्ठ भाई है। आज से नहीं बल्कि, पिछले पचास साल से हमारा उनका साथ है । उन्होंने अरूणाचल प्रदेश के बारे में कुछ अपनी व्यथा जताई है। मैं उनसे सैद्धांतिक रूप से सहमत हूँ, लेकिन मैं न तो वहां की परिस्थिति को जानता हूँ, न वशिष्ठ भाई जानते होंगें। किन कारणों से यह सबकुछ हुआ है। क्योंकि, अलग-अलग राज्यों में जद यू की ईकाइयां और भाजपा की इकाइयां भी कुछ अलग-अलग निर्णय लेती रही हैं। बहुत सारे ऐसी चीजें हैं जिससे भाजपा को भी पहले कष्ट होता रहा है। अब हमें लगता है कि एक मजबूत एनडीए के सहयोगी के रूप में इन बातों को सुलझाकर और बडी मजबूती के साथ एक राष्ट्रीय स्तर पर सहमति बनाकर आगे बढ़ने और विषेश रूप से बिहार की चिंता करनी चाहिए। बिहार में नीतीश जी सातवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं। एक रेकार्ड प्रगति और विकास का कार्य इस बार होना चाहिए । मैं वशिष्ठ भाई को और सभी अपने ऐसे मित्रों को बताना चाहता हूँ कि किसी भी बातों की जमीनी हकीकत बिना पूरी तरह जाने अनावश्यक बयानबाजी से बचना चाहिए।
हमारा एन0डी0ए0 का सशक्त गठबंधन है जो अटूट है और इसमें किसी तरह की गलतफहमी की कोई गुंजाइश ही नहीं है।