लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ हंगामा खड़ा करने के लिए, सदन को बाधित करने के लिए सोच रखती है तो यह बिल्कुल गलत है।
पटना डेस्क / राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर जब धन्यवाद प्रस्ताव आता है तो, इसमें पूरी स्वतंत्रता है हर एक दल को, हर एक सांसद को होती है, कि वो इसमें किस विषय को उठाना चाहती है। माननीय स्पीकर साहब के द्वारा भी इस बात को स्पष्ट तौर से कहा गया कि अगर आप नीट के विषय को भी उठाना चाहते हैं, यह ऐसा विषय है जिसके लिए सरकार पूरी तरीके से गंभीर है। सरकार कतई भी नहीं चाहती है कि किसी भी छात्र के साथ अन्याय हो, उसके भविष्य के साथ कोई भी खिलवाड़ हो। जांच एजेंसी के द्वारा जांच की प्रक्रिया चल रही है। माननीय न्यायालय में भी यह मामला विचाराधीन है। ऐसे में तमाम पक्षों को मधयेनजर रखते हैं, सही समय पर सरकार जो उचित कदम होगा, छात्रों के भविष्य के लिए उसको जरूर उठेगी। जब राष्ट्रपति जी का अभिभाषण होता है, सबसे पहले सदन के द्वारा उनको धन्यवाद प्रस्ताव जाता है और उस धन्यवाद प्रस्ताव में आपको पूरी स्वतंत्रता होती है, आप जिस विषय को प्रमुखता से उठाना चाहे। अगर नीट को लेकर आप इतना ही चिंतित हैं तो उठाइए पर, आज सदन बंद करकर क्या मिला? अगर चर्चा होती तो, आप भी उस विषय को उठाते, सरकार भी बाधित होती आपको जवाब देने के लिए, पर इससे विपक्ष की उस सोच दिखती है जहां पर सिर्फ और सिर्फ सदन को आप चलने से रोकना चाहते हैं। हंगामा खड़ा करने के उद्देश्य से ये लोग सदन आए हैं, ना कि किसी पक्ष को लाभ दिलाने के मकसद से आए हैं।