अंचल स्तर पर भी होगी फागिंग एवं एंटी लार्वा के टीम की मॉनिटरिंग
माननीय पार्षदों के साथ समन्वय स्थापित कर रोस्टर अनुसार फागिंग एवं एंटी लारवा का छिड़काव सुनिश्चित करेंगे कर्मचारी

मनीष कुमार कमलिया/पटना नगर निगम क्षेत्र में मानसून के दौरान अतिवृष्टि होने पर विभिन्न वार्डो में डेंगू एवं चिकुनगुनिया के मामले में वृद्वि हो जाती है। इस दौरान आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उक्त को दृष्टिगत रखते हुए सम्पूर्ण पटना निगम क्षेत्रान्तर्गत विशेषकर जल जमाव वाले क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्र में मानसून के दौरान विशेष अभियान के तहत एंटी लार्वा का छिड़काव करने के लिये नगर आयुक्त द्वारा कर्मियों को विशेष निर्देश दिया गया।
पटना नगर निगम द्वारा अब मुख्यालय के साथ अंचल स्तर पर भी इसकी विशेष मॉनिटरिंग की जाएगी।
दिये गये दिशा निर्देश
1. सभी वार्डो में सेक्टर वार एक-एक टीम का गठन किया जायेगा। जिसमें एक दल में दो कर्मी होगें, जिसमें से एक कर्मी के पास एंटी लार्वा छिड़काव हेतु स्प्रे मशीन तथा दूसरे कर्मी के पास पंजी होगा।
2. प्रत्येक सेक्टर के टीम के द्वारा प्रतिदिन न्यूनतम 50 घरों में एंटी लार्वा का छिड़काव सुनिश्चित किया जायेगा।
3. सभी सेक्टरों में एंटी लार्वा छिड़काव कार्य हेतु संबंधित वार्ड के कर्मियों को जिम्मेवारी दी जायेंगी। कार्यपालक पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि स्प्रे करने वाले कर्मी पीपीई किट का प्रयोग करेंगे।
4. कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा संबंध्ति वार्ड के योग्य कर्मी को पंजी/प्रपत्रा संधरण एवं फीडबैक प्राप्त करने का कार्य की जिम्मेवारी सौपीं जायेंगी।
5. छिड़काव के उपरान्त पंजी में निर्धारित डेंगू जागरूकता पंजी भरवाकर संबंधित घर के मुखिया/सदस्य से हस्ताक्षर एवं मोबाईल नम्बर प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे।
6. प्रतिदिन छिड़काव के उपरान्त भरे गये प्रपत्र पर माननीय वार्ड पार्षद से हस्ताक्षर, मुहर के साथ संबंधित अंचल कार्यालय में जमा करना सुनिश्चित करेंगे।
सभी 6 अंचल में रहेगा कंट्रोल रूम, रैंडम कॉल के जरीए आमजनों से लिया जायेगा फीडबैक
नगर आयुक्त द्वारा सभी कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सम्पूर्ण मानसून अवधि तक प्रत्येक अंचल में नियंत्रण कक्ष स्थापित रहेगा। नियंत्रण कक्ष के द्वारा प्रतिदिन फौगिंग तथा एंटी लार्वा कार्य का प्रतिदि रैंडम कॉल करके 50 पचास घरों से सम्पर्क स्थापित कर वेरिफाई किया जायेगा, जिसका औचक निरीक्षक के दौरान जांच किया जायेगा। प्रभारी पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष मुख्यालय में अंचल से दैनिक प्रतिवेदन प्राप्त करते हुए प्रत्येक अंचल के 10 घरों को रैंडम कॉल करके सम्पर्क स्थापित करेंगे।