मिशन परिवार विकास अभियान: जनसंख्या संतुलन और स्वस्थ समाज की दिशा में ठोस पहल
किशनगंज,31अगस्त(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण और समाज में संसाधनों का न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मिशन परिवार विकास अभियान के तहत किशनगंज जिले में 01 से 07 सितंबर तक दम्पति सम्पर्क सप्ताह और 08 से 20 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा।
परिवार नियोजन: सामाजिक और आर्थिक स्थिरता का आधार
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जानकारी दी कि परिवार नियोजन सेवाएं केवल गर्भनिरोधक साधनों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी, महिला सशक्तिकरण और आर्थिक स्थिरता के लिए एक व्यापक रणनीति है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से हर दम्पति को उचित परामर्श और सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे वे अपनी क्षमता और संसाधनों के अनुसार परिवार का आकार तय कर सकें।
जिला प्रशासन की अपील: इसे बनाएं सामाजिक आंदोलन
जिलाधिकारी विशाल राज ने इसे जिले के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान बताते हुए कहा कि यह केवल स्वास्थ्य विभाग का नहीं, समाज का साझा उत्तरदायित्व है। पंचायत प्रतिनिधि, जीविका दीदी, आशा-आंगनबाड़ी सेविकाएं और स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी से ही यह प्रयास सफल होगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि जिले के प्रत्येक दम्पति तक यह संदेश पहुंचे कि परिवार नियोजन से ही बेहतर भविष्य की योजना संभव है।”
जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य (08-20 सितंबर 2025 पखवाड़ा)
| सेवा | लक्ष्य (कुल) | ब्लॉक लक्ष्य | रेफरल |
|---|---|---|---|
| महिला नसबंदी | 595 | 420 (60 प्रति ब्लॉक) | 65 |
| पुरुष नसबंदी | 45 | 35 (5 प्रति ब्लॉक) | 10 |
| कुल लक्ष्य | 640 | — | 715 |
इन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए बहादुरगंज, कोचाधामन, पोठिया, ठाकुरगंज, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ, किशनगंज, FRU चकला और जिला अस्पताल किशनगंज को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सामुदायिक भागीदारी होगी मुख्य आधार
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनजिम ने बताया कि आशा, आंगनबाड़ी सेविकाएं, जीविका दीदी, विकास मित्र और पंचायत प्रतिनिधि घर-घर जाकर दम्पतियों को परामर्श देंगे, सेवाओं की जानकारी देंगे और इच्छुक परिवारों को स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाने में सहयोग करेंगे।
प्रचार-प्रसार की रणनीति
- स्वास्थ्य केंद्रों, पंचायत भवनों पर फ्लेक्स बैनर, पोस्टर और दीवार लेखन
- सोशल मीडिया, केबल टीवी और ग्राम स्तरीय बैठकों के माध्यम से व्यापक प्रचार
- आईईसी/बीसीसी गतिविधियों के लिए पीएसआई और सिफ़ार जैसी संस्थाएं सक्रिय रहेंगी
- Monitoring Plan के तहत रोजाना प्रगति की समीक्षा की जाएगी
सतत विकास लक्ष्यों की ओर सार्थक कदम
सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने कहा कि परिवार नियोजन सेवाएं दीर्घकालीन रूप से समाज को लाभ देती हैं—मातृ मृत्यु दर में कमी, शिशु स्वास्थ्य में सुधार, महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर, और अंततः एक सशक्त एवं समृद्ध समाज की नींव।
उन्होंने इसे एक स्वास्थ्य सेवा से आगे बढ़कर सामाजिक आंदोलन बताया और कहा कि 01 से 20 सितंबर 2025 तक चलने वाले इस अभियान का लक्ष्य है—हर दम्पति तक सेवाएं पहुँचाना और संतुलित, सशक्त समाज की ओर अग्रसर होना।


