विभागीय बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर हुआ विचार-विमर्श

मनीष कुमार कमलिया/पटना। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार की महत्वपूर्ण विभागीय बैठक आज सचिव श्री प्रणव कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और प्रचारित करने संबंधी कई दूरगामी निर्णय लिए गए।
बैठक में प्रमुख रूप से यह निर्णय लिया गया कि बिहार की नयी फिल्म नीति के प्रचार-प्रसार के लिए मुंबई में “मुंबई फिल्म फेस्ट” का आयोजन प्रस्तावित किया जाएगा, जिससे फिल्म निर्माताओं को राज्य की अनुकूल नीतियों की जानकारी मिले और वे बिहार में फिल्म निर्माण के लिए प्रेरित हों।
इसके अतिरिक्त, राज्य की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में भी ठोस पहल करते हुए निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 10 स्मारकों का रख-रखाव और संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा एक कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
बैठक में यह भी तय किया गया कि बिहार की प्रतिष्ठित सांस्कृतिक परंपरा “छठ पूजा” को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर (Intangible Cultural Heritage) सूची में शामिल कराने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। यह कदम छठ पूजा की वैश्विक पहचान को सुदृढ़ करेगा।
बिहार की ऐतिहासिक धरोहरों में शेरशाह सूरी का मकबरा एक महत्वपूर्ण स्थल है। बैठक में इसके संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण हेतु सभी हितधारकों की सहभागिता से योजना तैयार करने का निर्णय लिया गया।
साथ ही, दरभंगा जिले में स्थित अहिल्या देवी स्थल के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य को भी प्राथमिकता पर लिया गया है, ताकि श्रद्धालु और पर्यटक दोनों ही बेहतर सुविधाओं का लाभ ले सकें।
सचिव श्री प्रणव कुमार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी प्रस्तावों को समयबद्ध रूप से मूर्त रूप दिया जाए और प्रत्येक कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
बैठक में आर्कियोलॉजी म्यूजियम की निदेशक श्रीमती रचना पाटिल, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की निदेशक श्रीमती रूबी, उप-सचिव श्री अनिल कुमार सिन्हा, आंतरिक वित्तीय सलाहकार श्री राणा सुजीत कुमार टुनटुन, विशेष कार्य पदाधिकारी सुश्री कहकशाँ और अन्य अधिकारी एवं संबंधित शाखाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।