किशनगंज आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई, बाल मजदूरी के लिए ले जाए जा रहे 4 बच्चों को ट्रेन से किया रेस्क्यू
असम से उत्तर प्रदेश ले जाए जा रहे थे मासूम, चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंपे गए बच्चे

किशनगंज,18 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने बाल श्रम के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए बुधवार को चार नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी के लिए ले जाए जाने से पहले ही मुक्त करा लिया। यह कार्रवाई एक विशेष सूचना के आधार पर की गई।
आरपीएफ निरीक्षक एच. के. शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि किसी ट्रेन में असम से उत्तर प्रदेश ले जाए जा रहे बच्चों को जबरन मजदूरी के लिए भेजा जा रहा है। इसके बाद आरपीएफ टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदिग्ध ट्रेन की जांच की और चार बच्चों को सकुशल रेस्क्यू किया।
मुक्त कराए गए बच्चों के बारे में:
- सभी बच्चे असम राज्य के निवासी हैं।
- बच्चों को कोई वैध अभिभावक या संरक्षक साथ में नहीं था।
- उन्हें काम दिलाने के बहाने ले जाया जा रहा था।
रेस्क्यू के बाद इन बच्चों को किशनगंज चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया गया है, जहां उनकी काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है।
आरपीएफ का सघन अभियान
आरपीएफ द्वारा बाल श्रम और मानव तस्करी जैसे संवेदनशील मामलों को लेकर रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में लगातार निगरानी एवं विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत अब तक कई नाबालिगों को बाल मजदूरी और तस्करी के चंगुल से मुक्त कराया गया है।
आगे की कार्रवाई
आरपीएफ द्वारा इस मामले की गहन जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्चों को ले जाने वाला गिरोह कौन है और इसके पीछे किन लोगों का हाथ है। दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अपील
आरपीएफ ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें रेल यात्रा के दौरान कोई भी बच्चा संदिग्ध परिस्थिति में नजर आए, तो तत्काल आरपीएफ हेल्पलाइन 139 या नजदीकी स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों को सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी मासूम को शोषण से बचा सकती है।