किशनगंज : बेहतर टेलीमेडिसीन सेवा के लिए सूबे में किशनगंज जिले का दूसरा स्थान
जिले में जून माह में 18 हजार लोगों ने ई-टेलीमेडिसीन का उठाया लाभ, विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ई-टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से दी जाती है चिकित्सीय परामर्श: सिविल सर्जन

ई-टेलीमेडिसीन सेवा एक बेहतर विकल्प के रूप में ग्रामीणों को मिल रही सेवाएं: डीपीसी
किशनगंज, 06 जुलाई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ग्रामीण एवं दूर-दराज के व्यक्तियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। जिसको लेकर राज्य में ई-संजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसीन द्वारा चिकित्सीय परामर्श दिया जा रहा है। राज्य सरकार के सात निश्चय-2 कार्यक्रम के तहत सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को टेलीमेडिसिन सेवा के जरिये नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। पूर्व में ये सेवाएं सप्ताह में तीन दिन मिल पाती थी। अब ई संजीवनी ओपीडी सेवाएं हर दिन लोगों को उपलब्ध हो रही हैं। इसी क्रम में 10 प्रखंड वाले जिले में किशनगंज जिला को बेहतर टेलीमेडिसीन सेवा एवं एक दिन में पांच हजार से अधिक लोगों को सेवा देने में सूबे में दूसरे स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि पर जिला स्वास्थ्य समिति, किशनगंज को गुरुवार को राज्यस्तर पर सम्मानित किया गया। इसके लिए पटना में आज हुई टेलीमेडिसिन की कार्यशाला में जिले से जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार को सम्मान-पत्र प्रदान किया गया है, जो जिले के लिए गौरव की बात है। विदित हो कि टेलीमेडिसिन सेवा देने में 10 प्रखंड वाले जिले में किशनगंज का दूसरा स्थान है। इसका श्रेय अन्य जिलों के नोडल पदाधिकारी के साथ जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार को भी जाता है। उक्त कार्य के लिए सिविल सर्जन डा० कौशल किशोर ने पूरे टीम को बधाई दी है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि दो अलग-अलग श्रेणियों में अव्वल प्रदर्शन को लेकर जिले को सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि दस से कम प्रखंड वाले जिलों में जनवरी माह से जून माह के अंत तक सबसे अधिक लोगों तक टेलीकंसल्टेशन सेवाओं का लाभ पहुंचाने के लिये जिले को ये सम्मान हासिल हुआ है। जिला योजना समन्वयक ने बताया, कि जिले में आरोग्य दिवस के दिन वीएचएसएनडी सत्र के दौरान ग्रामीणों को ई-टेलीमेडिसीन की सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका लाभ गर्भवती महिलाओं के साथ साथ धात्री महिलाएं और किशोरियां भी उठा रही हैं। खासकर गर्मी के मौसम में सुदूर ग्रामीण इलाकों के लाभार्थियों के लिए ई-टेलीमेडिसीन काफी सुविधाजनक साबित हो रही है। जिले में 21 हब और 321 स्पोक्स कार्यरत हैं। जिसमें मरीजों को वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दिया जा रहा है। इसके साथ हीं ऑनलाइन प्रेस्क्रिप्शन भी लिखी जा रही है। ज़िले में लगभग 500 के करीब मरीजों को प्रतिदिन सेवा का लाभ दिया गया है। वहीं मार्च में 4998, अप्रैल में 9005, मई में 13478 एवं जून माह में अबतक 18 हजार लोगों ने ई-टेलीमेडिसीन का लाभ उठाया है। वर्तमान हालातों को देखते हुए लोगों को अपने नजदीकी टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज कराने में सुविधा हो रही है। इससे अनावश्यक ख़र्च नहीं होता व समय की भी बचत होती है। सिविल सर्जन ने बताया कि ई-टेलीमेडिसीन कंसल्टेंसी के माध्यम से सामान्य स्वास्थ्य, मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, आंख, कान, नाक, दंत, त्वचा, मलेरिया, कुष्ठ, बुख़ार, हाइपरटेंशन, खांसी, सर्दी, बीपी, सुगर, अर्थराइटिस एवं टीबी जैसी बीमारी के लिए चिकित्सीय सेवा शत प्रतिशत दी जाती है। वहीं परामर्श केंद्र पर परिवार नियोजन, पोषण, एड्स, कैंसर तंबाकू उपयोग के दुष्परिणाम के लिए परामर्श दिया जाता है। जांच के लिए रक्त शर्करा (शुगर), उच्च रक्तचाप, पैथोलॉजी कोविड-19 एवं एनीमिया की जांच की जाती है। विशेषज्ञ चिकित्सकों से ई-टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से परामर्श लेने के बाद दवा दी जाती है।