किशनगंज : हर घर इलाज, हर हाथ में कार्ड: किशनगंज में आयुष्मान महाअभियान ने तोड़े रिकॉर्ड
रविवार को बने 4000 और सोमवार तक 8000 गोल्डन ई-कार्ड जिलाधिकारी विशाल राज का निर्देश – “हर पात्र लाभुक तक पहुंचे स्वास्थ्य सुरक्षा का अधिकार”

किशनगंज,27 मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत किशनगंज में चल रहा विशेष महाअभियान लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। रविवार को जिले में 4,000 से अधिक पात्र लाभुकों के गोल्डन ई-कार्ड बनाए गए, वहीं सोमवार तक यह आंकड़ा 8,000 तक पहुंच चुका है। जनभागीदारी और प्रशासनिक समर्पण से चलाए जा रहे इस अभियान ने स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में जिले को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश – कोई भी पात्र व्यक्ति न रहे वंचित
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस उपलब्धि पर संतोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि ई-कार्ड निर्माण में और तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा, “यह योजना केवल इलाज नहीं, बल्कि नागरिकों की गरिमा और जीवन की सुरक्षा का माध्यम है। हमारा उद्देश्य है कि हर पात्र व्यक्ति तक यह सुविधा पहुंचे।”
हर पंचायत में विशेष शिविर, जनसहयोग से अभियान को मिल रही गति
स्वास्थ्य विभाग, जीविका, आशा, आंगनबाड़ी, आईटी सेल, पंचायती राज विभाग एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से जिले के 125 पंचायतों में 26 से 28 मई तक विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। ये शिविर पंचायत सरकार भवनों, स्कूल परिसरों, प्रमुख चौक-चौराहों और मॉर्निंग वॉक स्थलों पर लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी लाभुक छूट न जाए।
डीएम की अपील – “स्वास्थ्य आपका अधिकार है:
जिलाधिकारी विशाल राज ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना हर वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराती है। जिनके पास अब तक गोल्डन कार्ड नहीं है, वे अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड और मोबाइल नंबर के साथ नजदीकी शिविर में जाकर अपना कार्ड अवश्य बनवाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है।
वरिष्ठ नागरिकों को विशेष प्राथमिकता – ‘वय वंदना कार्ड’ की व्यवस्था
70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ बनाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें किसी भी समय गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मिल सके।
अब तक 5.5 लाख कार्ड, 24 हजार से अधिक लाभार्थी इलाज से लाभान्वित
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जानकारी दी कि अब तक जिले में 5.5 लाख से अधिक गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं और 24,000 से अधिक मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज इस योजना के तहत किया जा चुका है।
जनभागीदारी से बन रहा है किशनगंज मॉडल जिला
डॉ. चौधरी ने बताया कि इस महाअभियान की सफलता में सीएससी संचालक, पंचायत सेवक, बीपीएम, ऑपरेटर, आशा कार्यकर्ता, बीसी समेत सभी की भूमिका अहम है। ई-रिक्शा जागरूकता रथ, माइकिंग, पोस्टर और घर-घर संपर्क के माध्यम से हर नागरिक तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
किशनगंज स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति का साक्षी बन रहा है। यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि प्रशासन और जनता के साझा संकल्प का प्रतीक है – हर व्यक्ति को जीने और स्वस्थ रहने का हक दिलाने की दिशा में एक मजबूत कदम।