किशनगंज : नियमित रूप से योग अपनाकर अवसाद और तनाव को भी दूर किया जा सकता: सिविल सर्जन
संक्रामक बीमारियों से हमारा बचाव करता है योग, स्वास्थ्य केन्द्रों में योग व मेडिटेशन सत्र आयोजित, प्रातःकाल के सुखद वातावरण में घूमना फिरना लाखों की दवा के बराबर
किशनगंज, 21 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं योगाचार्य का मानना है कि योग से शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से हर व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ्य रह सकता है। इस अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर मानव स्वास्थ्य- कल्याण और बेहतर जीवन में इस प्राचीन पद्धति की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया जाता है। इस वर्ष योग दिवस 2023 की थीम है: वसुधैव कुटुम्बकम (सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है) के लिए योग। योग एक ऐसी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक व्यायाम प्रक्रिया है जो भारत में शुरू हुई थी। अब योग दुनिया भर में विभिन्न रूपों में लोकप्रिय व प्रचलित है। गौर करे कि संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसम्बर 2014 में हर वर्ष 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी। इसी क्रम में बुधवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में विश्व योग दिवस पर योग व मेडिटेशन सत्र आयोजित किया गया। ज्ञात हो कि कोविड काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखने के लिए इसका महत्व और भी अधिक बढ़ा है। सिविल सर्जन डा० कौशल किशोर ने बताया कि नियमित रूप से योग अपना कर अवसाद और तनाव को भी दूर किया जा सकता है। योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना गया है। योग व मेडिटेशन शिविर में लोगों को स्वस्थ रहने के लिये नियमित योगाभ्यास व मेडिटेशन के लिये प्रेरित व जागरूक किया गया। साथ ही मानव जीवन में स्वास्थ्य के महत्व पर विस्तृत चर्चा हुई। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा० देवेन्द्र कुमार ने कहा कि आधुनिक विज्ञान योग व मेडिटेशन के महत्व को स्वीकारता है। योग व व्यायाम हमें कई संक्रामण रोगों के प्रभाव से मुक्त रखता है। व्यायाम से शरीर की त्वचा, मांसपेशियों व नसों में मजबूती आती है। शरीर के अंगों व हड्डी व जोड़ों में गतिशीलता बनी रहती है। जो बाहरी बैक्टीरिया व वायरस को शरीर के प्रवेश करने से रोकता है। नियमित रूप से योगाभ्यास व ध्यान करने से हमें मानसिक मजबूती मिलती है। सिविल सर्जन ने इस मौके पर योग व मेडिटेशन के बारे में बताया कि जीवन के लिए आयुर्वेदिक दवा और योग को नियमित करने से अच्छा लाभ मिलता है। आज जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में लोगों को प्राणायाम, अनुलोम-विलोम तथा योग के विभिन्न आसन सीएचओ के माध्यम से करवाया गया है। उन्होंने कहा कि योग के त्वरित लाभ से पूरी दुनिया के लोगों ने इसे अपनाना शुरू कर दिया है। वास्तव में योग के लिए धन की नहीं बल्कि थोड़ा समय निकालने की जरूरत है। इसके बाद योग से लाभान्वित होने वाला प्रत्येक व्यक्ति दूसरों को भी प्रेरणा देने लगता है। आज के महानगरीय जीवनशैली में जहां सब धीरे-धीरे व्यस्त और मशीनों पर निर्भर होते जा रहे, योगासन का महत्व अपने आप बढ़ गया है। योगासन की मदद से हम प्राकृतिक स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वभाविक सुंदरता भी पा सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वस्थ्य जीवन के लिए योग का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि सुबह की विशुध्द हवा शरीर के लिए स्वास्थ्य दायक है। इसी वजह वे नियमित योग करने के साथ दूसरों को भी योग के लिए जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को जल्दी उठ कर योग अपनाने से निरोग काया का जल्द ही लाभ मिलने लगता है। प्रातःकाल के सुखद वातावरण में घूमना फिरना लाखों की दवा के बराबर है। उन्होंने कहा कि लोगों को दिनचर्या में योग पर भी समुचित ध्यान देना चाहिए।