किशनगंज : ठंड के आगमन के साथ बच्चों की सेहत पर रखें विशेष ध्यान: सिविल सर्जन
ठंड में हल्का गर्म खाना और गुनगुना पानी देना लाभदायक होता है। ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें।
किशनगंज, 06 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, ठंड की शुरुआत के साथ जिले में ठंडी हवाएं चलने लगी है। इस मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि ठंड के कारण बच्चों में सर्दी-जुकाम, फ्लू, हाइपोथर्मिया, इन्फ्लूएंजा, अस्थमा, और ब्रोन्काइटिस जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। चूंकि बच्चों में वयस्कों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, ऐसे में उनकी उचित देखभाल और पोषण पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए पोषण का विशेष ख्याल रखना चाहिए। ठंड में हल्का गर्म खाना और गुनगुना पानी देना लाभदायक होता है। ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें। इस मौसम में पानी की कमी से बच्चों को बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए उन्हें तरल पदार्थ जैसे दूध, सूप और पानी अधिक मात्रा में दें।
उन्होंने बताया कि शिशु के सम्पूर्ण विकास के लिए पोषण का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आहार में दलिया, चावल, दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, खट्टे फल, अंडा, मछली और सूखे मेवे शामिल करना चाहिए। इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और ठंड से लड़ने में मदद मिलेगी।
सिविल सर्जन ने बताया कि ठंड से बचाव के लिए बच्चों को पूरे बांह के कपड़े, स्वेटर, टोपी, दस्ताने और मोजे पहनाकर रखें। सिर, कान और पैरों को ढकने से शरीर गर्म रहता है। मुलायम सूती कपड़े पहनाने के बाद ऊनी कपड़े पहनाएं। गीले कपड़े तुरंत बदलें और बच्चों को सूखा रखें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बच्चों की नाजुक त्वचा को सर्दी में होने वाले चकत्तों से बचाने के लिए त्वचा की नमी बनाए रखें। छोटे बच्चों को घर के अंदर रखें और छत पर धूप सेंकने भेजें। हालांकि, दो साल से छोटे बच्चों के लिए मास्क का उपयोग नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए उन्हें विशेष देखभाल में रखें।
स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना काल ने हमें स्वच्छता का महत्व सिखाया है। छोटे बच्चों को जमीन पर घुटनों के बल चलने या धूल में खेलने से बचाएं। उनके हाथ-पैर बार-बार धोएं और साफ कपड़े पहनाएं। बच्चों में हाथ धोने की आदत विकसित करें और इसकी आवश्यकता समझाएं।
डा. राजेश कुमार ने बताया कि सर्दी के मौसम में सतर्कता और सावधानी से बच्चों को स्वस्थ रखा जा सकता है। सही पोषण, स्वच्छता और गर्म कपड़े उनकी सेहत के लिए जरूरी हैं। माताओं को यह समझना होगा कि इस मौसम में थोड़ी सी अतिरिक्त देखभाल बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचा सकती है।