किशनगंज : वीर कुंवर सिंह बस स्टैंड की देखरेख भगवान भरोसे..

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, एनएच-31 से सटे वीर कुंवर सिंह बस स्टैंड की देखरेख भगवान भरोसे है।नगर परिषद को लाखों रुपए राजस्व देने वाला इस बस स्टैंड में गंदगी के बीच यात्री यात्रा करने को विवश हैं। परिसर में जगह-जगह कूड़ा-कचरा का अंबार लगा था।यत्र-तत्र पॉलिथिन बिखरे पड़े थे।यात्रियों के बैठने के लिए बस स्टैंड के बरामदे पर लगाए गए कुर्सी का भी हाल बेहाल था।बस स्टैंड से प्रतिदिन डेढ सौ से अधिक बसें विभिन्न जगहों के लिए खुलती है।सुबह व दिन में अधिकांश पूर्णिया, अररिया, सिलीगुड़ी व लोकल बसें खुलती है।शाम के समय से पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, छपरा, सीवान सहित अन्य जगहों के लिए एसी व नॉन एसी बसें खुलती है।जिस कारण शाम के समय यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ बस स्टैंड में जुटती है।गंदगी के कारण लोग बस स्टैंड के बरामदे में इंतजार करने की बजाय बस के कांउटर के समीप ही खड़ा रहना ज्यादा पसंद करते हैं।यात्रियों के बैठने के लिए बनाया गया बड़ा सा हॉल भी बंद पड़ा था।इसमें ब्लीचिंग पाउडर का बोरा रखा हुआ दिखा।परिसर को कौन पूछे बरामदे तक पर गंदगी फैली हुई थी।बस के लिए व्यवस्थित टिकट कांउटर नहीं है।विभिन्न बसों के एजेंट के प्रतिनिधि बस का बोर्ड लगाकर परिसर में बस के पास ही कुर्सी टेबुल लगाकर बैठे रहते हैं।पूर्णिया जाने के लिए बस स्टैंड में बरामदे पर बैठकर मोबाइल चार्ज कर रहे यात्री रोहित दास ने बताया कि इतना सुंदर बस स्टैंड का परिसर बनाया गया।लेकिन साफ-सफाई भगवान भरोसे है।यात्रियों के बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सी भी नहीं है।सिलीगुड़ी जानेवाले यात्री सौम्य बनर्जी ने बताया कि बस स्टैंड में यात्रियों की सुविधा में कमी है।गंदगी का अंबार लगा रहता है।खान-पान का भी बढ़िया इंतजाम नहीं है।