रामगढ़ से एनडीए प्रत्याशी के नामांकन समारोह में शामिल हुए जद(यू0) प्रदेश अध्यक्ष झूठ के सहारे चुनावी बेड़ा पार लगाना चाहता है विपक्ष- उमेश सिंह कुशवाहा
मुकेश कुमार /शुक्रवार को बिहार जद(यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा रामगढ़ विधानसभा उप-चुनाव के एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी श्री अशोक कुमार सिंह के नामांकन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने जनसभा को संबोधित करते हुए स्थानीय मतदाताओं से आगामी 13 नवंबर को चुनाव चिन्ह कमल छाप पर वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जनता को झांसा देने में विपक्ष को महारथ हासिल है लेकिन उनके इस खेल को अब जनता भी समझ चुकी है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की एनडीए सरकार विकास के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रही है। केंद्र और राज्य में डबल इंजन की एनडीए सरकार समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति की चिंता करती हैं। वहीं, दूसरी ओर राजद और कांग्रेस की सोच पर परिवारवाद का ताला लग चुका है। उन्होंने कहा कि बिहार का हित चाहने वाले हर मतदाता का दायित्व ये बनता है कि इस उपचुनाव में ऐसा परिणाम दें कि हमारे प्रतिद्वंद्वी 2025 की रणभूमि में जाने से पहले सौ बार सोचें।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उप-चुनाव में विपक्ष के विकास विरोधी मानसिकता को रामगढ़ की जनता पूरी तरह से नकार देगी और सभी चार सीटों पर एनडीए गठबंधन का परचम लहराएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जंगलराज की खौफनाक यादें आम जनता के ज़हन में आज भी ताजा है और उस काले दौर में कोई भी वापस नहीं जाना चाहता। वर्ष 2005 के बाद श्री नीतीश कुमार ने बिहार में भयमुक्त माहौल कायम किया है। उन्होंने कहा कि आसुरी शक्तियां आज भी हमारे बीच मौजूद है। बस इन्होंने अपना रूप बदल लिया है। आज जरूरत इस बात की है कि इन जनविरोधी, समाजविरोधी, विकासविरोधी और लोकतंत्रविरोधी शक्तियों को हम पहचानें और अपने मत की ताकत से उन्हें उखाड़ फेंकें।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि एनडीए की चट्टानी एकता के आगे विपक्षी शक्तियां पूरी तरह से धराशायी हो जाएगी। विपक्ष के पास मोदी-नीतीश की जोरदार और असरदार जोड़ी का कोई विकल्प मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ झूठ और अफवाह के सहारे चुनावी बेड़ा पार लगाना चाहता है लेकिन जनता किस भी कीमत पर इसे मंसूबे को कामयाब नहीं होने देगी।