जन सुराज का बिगुल: किशनगंज में तारा श्वेता आर्या की महा रैली से बदलाव की हुंकार

किशनगंज,22सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, राजनीतिक बदलाव की लहर को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जन सुराज की ओर से किशनगंज में एक भव्य एवं ऐतिहासिक महा रैली का आयोजन सोमवार को किया गया। रैली की अगुवाई जन सुराज नेत्री डॉ. तारा श्वेता आर्या ने की, जो शहर के डेमार्केट से प्रारंभ होकर प्रमुख मार्गों से होती हुई जनसमूह की उत्साहपूर्ण उपस्थिति के बीच सम्पन्न हुई।इस आयोजन ने न केवल किशनगंज में बल्कि पूरे सीमांचल में राजनीतिक चेतना को एक नई दिशा दी है।
रैली में जनता का जबरदस्त उत्साह
हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने डॉ. आर्या के नेतृत्व और जन सुराज के विजन पर भरोसा जताया। हाथों में झंडे, तख्तियां और “बदलाव चाहिए” जैसे नारों के साथ रैली एक जनज्वार का रूप ले चुकी थी। महिलाओं, युवाओं, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों की बड़ी भागीदारी इस बात का संकेत थी कि जनता बदलाव चाहती है – और अब उन्हें एक विकल्प नजर आ रहा है।
नेताओं का स्पष्ट संदेश: विकल्प तैयार है
रैली में मौजूद जन सुराज के प्रवक्ता नेहाल अख्तर और तारिक ने कहा कि “बिहार को दशकों से ठगने वाली राजनीति से अब मुक्ति दिलाने का वक्त आ गया है। जन सुराज सिर्फ एक राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन है। अब बिहार को प्रशांत किशोर जैसा नेतृत्व चाहिए, जो सिर्फ सत्ता नहीं, विकास की दिशा जानता हो।”
स्कूली बच्चों के बीच बैग का वितरण
रैली के दौरान हालामाला क्षेत्र में एक सामाजिक पहल के तहत स्कूली बच्चों के बीच स्कूल बैग का वितरण भी किया गया। इस मानवीय पहल ने स्पष्ट किया कि जन सुराज की राजनीति सिर्फ नारों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने वाली सोच पर आधारित है।
जन सुराज की लहर – सड़क से विधानसभा तक
डॉ. तारा श्वेता आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि “यह रैली सिर्फ एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि जनता की पीड़ा, आशा और आकांक्षा की आवाज़ है। हम हर घर तक पहुंचेंगे, हर दिल को जोड़ेंगे, और यह आवाज़ सड़क से निकलकर विधानसभा में गूंजेगी।”
गौर करे कि किशनगंज में निकली यह रैली आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक निर्णायक बिगुल मानी जा रही है। जन सुराज ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार की राजनीति अब विकल्पविहीन नहीं रही। जनता जाग चुकी है — और बदलाव अब बहुत दूर नहीं।