सरकार और राजभवन के टकराव में विद्वान कुलपति को पद छोड़ना पड़ा: राजेश राठौड़

भ्रष्टाचारी सरकार में ईमानदार लोगों के लिए नहीं है जगह: राजेश राठौड़
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय के कुल पति के द्वारा इस्तीफा दे दिए जाने के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि इस सरकार में किसी ईमानदार व्यक्ति का पद पर बरकरार रहना ही असंभव हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा पावर कॉरिडोर में राजभवन तथा सीएम हाउस के टकराव के कारण मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी के कुलपति मो. कुद्दुस ने इस्तीफा दे दिया है। कुलपति मो. कुद्दुस ने राजभवन के चहेते वीसी एसपी सिंह के कारनामों की पोल खोल दी थी, जिसके बाद से उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। विडंबना यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप का भी कोई असर इस मामले में नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के कुलपति मो. कुद्दुस ने आज राजभवन को भेजे अपने इस्तीफे में साफ-साफ लिखा है कि यहां काम करने का माहौल नहीं है। मौजूदा परिस्थिति में वे काम नहीं कर सकते लिहाजा पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति ने बड़ी जंग की पहल की थी। मगर अंततः उनकी ही बलि पहले चढ़ गई। कुलपति के द्वारा इस्तीफा दे दिए जाने को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका जवाब देना चाहिए।