माननीय कृषि मंत्री ने पटना जिला के कुरकुरी पंचायत से किया किसान चैपाल का शुभारम्भ…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार श्री कुमार सर्वजीत द्वारा आज पटना जिला के फुलवारीशरीफ प्रखंड अंतर्गत कुरकुरी पंचायत के पंचायत भवन से रबी मौसम में किसान चैपाल का शुभारम्भ किया गया। साथ ही, उन्होंने बामेती द्वारा प्रकाशित फसल अवशेष प्रबंधन, जल-जीवन-हरियाली, जैविक खेती, जल की एक-एक बूँद से अधिक उत्पादन, प्राकृतिक खेती, बिहार कृषि निवेश प्रोत्साहन नीति, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित सूचना आदि से संबंधित लिफलेट/पुस्तिका का विमोचन किया।
माननीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज कल फसल अवशेष जलाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, यह चिन्ता की बात है। उन्होंने खासकर महिला किसानों से अपील किया कि जिस तरह सुबह में थाली सजाकर देवी-देवताओं की आप पूजा करती हैं, उसी तरह से अपने पति को फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए प्रेरित करें। फसल अवशेष जलाने से मिट्टी में पोषक तत्वों एवं मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की क्षति होती है। जमीन में पाये जाने वाले लाभकारी सूक्ष्म जीवाणु मर जाते हैं। फसल अवशेष जलाने से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन होता है। इसके जलाने से एरोसाॅल के कण निकलते है,ं जो हवा को प्रदूषित करते हैं। उन्होंने फसल अवशेष को न जलाने तथा इसके प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्रों के प्रयोग के बारे में किसानों को जानकारी देने हेतु विभागीय पदाधिकारियों को निदेशित किया। उन्होंने कहा कि आज जलवायु परिवत्र्तन बहुत बड़ी समस्या का रूप लेते जा रहा है। जिसके कारण असमय वर्षापात एवं सुखाड़ की घटना बढ़ती जा रही है। इसका एक कारण फसल अवशेष को जलाना भी है।
माननीय मंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर बीज मिले यह सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि मैं प्रत्येक दिन इसके संबंध में राज्य के किसान भाई-बहनों से टेलिफोन पर बात करता हूँ एवं उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने हेतु विभागीय पदाधिकारियों को निदेशित करता हूँ। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि किसान जिस फसल का बीज चाहे, उन्हें उसी फसल का बीज उपलब्ध कराया जाये।
श्री कुमार ने कहा कि रबी मौसम में राज्य के सभी पंचायतों में दिनांक 15 नवम्बर से 05 दिसम्बर के बीच किसान चैपाल आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 12.50 लाख किसान भाग लेकर विभागीय योजनाओं से अवगत होंगे। किसान चैपाल में फसलों की उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ विपणन समस्याओं का समाधान कर उनकी आमदनी बढ़ाने का भी सुझाव दिया जाएगा। रबी किसान चैपाल का आयोजन नुक्कड़-नाटक के माध्यम से किया जा रहा है। नुक्कड़-नाटक के माध्यम से कृषि विभाग की योजनाओं का प्रचार-प्रसार, मिट्टी जाँच के आधार पर संतुलित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग को बढ़ावा, फसल अवशेष प्रबंधन, जलवायु अनुकूल कृषि कार्य, जैविक खेती को बढ़ावा, विशेषज्ञों द्वारा रबी फसलों की तकनीकी जानकारी, समय से फसल की बुवाई एवं बीजोपचार को बढ़ावा, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति के माध्यम से जल प्रबंधन आदि विषयों पर किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में विशेष सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री बिजय कुमार, निदेशक, बामेती श्री आभांशु सी॰ जैन, पटना प्रमण्डल के संयुक्त निदेशक (शष्य) श्री कृष्ण कांत झा, पटना के जिला कृषि पदाधिकारी श्री विभु विद्यार्थी, कृषि विज्ञान केन्द्र, बाढ़ के वैज्ञानिक डाॅ॰ मृणाल वर्मा, फुलवारीशरीफ प्रखण्ड के प्रमुख श्रीमती ज्योति कुमारी, आत्मा अध्यक्ष श्री सुरेश पासवान, कुरकुरी पंचायत के मुखिया श्री रवि कुमार सहित कृषि विभाग के पदाधिकारीगण एवं किसानगण उपस्थित थे।