*बिहार दिवस 2025: गुरुग्राम में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री डॉ. सुनील कुमार*
*बिहार ने 2005 के बाद लिखी नई विकास गाथा: डॉ. सुनील कुमार*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/बिहार दिवस 2025 के अवसर पर हरियाणा के गुरुग्राम स्थित गुरुकमल भाजपा कार्यालय में “एक भारत श्रेष्ठ भारत स्नेह मिलन कार्यक्रम” का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार के मंत्री डॉ. सुनील कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने विशाल जनसमूह को संबोधित किया और बिहार की उपलब्धियों की चर्चा की।
डॉ. सुनील कुमार ने बिहार के विकास और एनडीए सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार ने 2005 के बाद से एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है और तेजी से विकास की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार ने 15 वर्षों तक अपराध, अराजकता और पिछड़ेपन का दौर देखा, लेकिन एनडीए सरकार के नेतृत्व में राज्य ने नए बिहार की नींव रखी।उन्होंने कहा, “बिहार अब बीमारू राज्य नहीं, बल्कि देश का सबसे तेज़ी से विकसित होने वाला प्रदेश बन चुका है। राज्य की आर्थिक विकास दर (GSDP) 12% है, जो देश में सबसे अधिक है।”
डॉ. कुमार ने कहा कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में सड़कों का विशाल जाल बिछ चुका है, जिससे हर क्षेत्र की कनेक्टिविटी सुगम हुई है। बिहार देश का पहला राज्य है, जहां 2 एम्स (AIIMS) हैं। जल्द ही पटना के पीएमसीएच में 5300 बेड का देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पटना, गया, दरभंगा के बाद अब बिहटा, राजगीर और पूर्णिया एयरपोर्ट से भी सेवा शुरू हो जाएगी।
डॉ. कुमार ने हरियाणा समेत दिल्ली, मुंबई, विदेशों में रहने वाले प्रवासी बिहारियों से अपील की कि वे बिहार के विकास में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस पर हरियाणा में आकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रवासियों से आग्रह किया कि वे दशहरा से लेकर छठ तक बिहार आएं और राज्य के विकास में योगदान दें।
डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि विकास एक अनवरत यात्रा है और इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने सभी से बिहार के गौरव और विकास को बनाए रखने के लिए एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज बिहार केवल अतीत के गौरव से नहीं, बल्कि वर्तमान की उपलब्धियों और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ते कदमों से पहचाना जाता है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रवासी बिहारियों ने भाग लिया और बिहार के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।