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महंगाई के चलते 47 फीसदी लोगों ने जीवन बीमा पॉलिसी लौटा दी।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीति के चलते एक आम परिवार का घर चलाना मुश्किल हो गया है। जानलेवा महँगाई का परिणाम यह है कि जरूरी जीवन बीमा पाँलिसी भी लोग सरेंडर करने पर मजबूर हो गये हैं। पिछले 5 सालों में 47 फीसदी लोगों ने जीवन बीमा पॉलिसी लौटा दी है।
भाकपा राज्य सचिव ने बयान जारी कर कहा कि मोदी सरकार के पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में महंगाई आसमान छूने लगी है। इसका असर लोगों के जीवन यापन पर पड़ने लगा है। लोग अपनी भोजन जैसी महत्वपूर्ण आवश्यक आवस्यकताओं के सामानों में कटौती कर जीवन बीमा का पाँलिसी कराते हैं, लेकिन मोदी सरकार की विनाशकारी आर्थिक नीतियों के कारण जीवन बीमा कराने वाले 47 फीसदी लोगों ने अपना किस्त जमा करना बंद कर दिया है या पॉलिसी लौटा दी है। मोदी सरकार में पूंजीपतियों की संपत्ति दिन दूनी रात चौगूनी बढ़ रही है वहीं गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। खाद्य वस्तुओं की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। खाद्य वस्तुओं के साथ साथ मशाले की कीमत में भी बेतहासा वृद्धि हुई है। भोजन की थाली 65 फीसदी महंगी हो गई है।

भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि महंगाई पर रोक लगाने के नारे के साथ केंद्र में आई मोदी सरकार महंगाई रोकने में फिसड्डी साबित हुई है। महंगाई का मार से सबसे ज्यादा गरीब और मध्यम वर्ग त्रस्त है। गरीबों को घर चलाना मुश्किल हो गया है। महंगाई रोकने में विफल मोदी सरकार को देश की जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने का कार्य करेगी।

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