अररिया : पलासी में डीपीओ ने किया जेंडर आधारित हिंसा, बाल विवाह, दहेज प्रथा की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
डीपीओ ने लैंगिक रोकथाम एवं बेटा-बेटी में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करने की बात कही
अररिया, 10 दिसंबर (के.स.)। अब्दुल कैय्युम, जिला के पलासी प्रखंड के बरदबट्टा पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 90 में मंगलवार को महिला एवं बाल विकास निगम और बाल संरक्षण इकाई अररिया के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा पखवाड़ा के तहत जेंडर आधारित हिंसा पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन डीपीओ सह सीडीपीओ मंजुला कुमारी व्यास, डीपीसी रूमी शोएब, एलएस उषा कुमारी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सह सीडीपीओ मंजुला कुमारी व्यास ने जेंडर हिंसा रोकथाम का जन जन तक प्रचार प्रसार करने के लिए सभी एलएस को निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र में लैंगिक हिंसा से सम्बंधित किसी भी प्रकार कि शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। सहायक निर्देशक बाल संरक्षण इकाई द्वारा लैंगिक हिंसा की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु सभी को आवश्यक कदम उठाने तथा ट्रांसजेंडर को भी समाज में बराबरी का हक मिले उसपर बल दिया। डीपीओ ने लैंगिक रोकथाम एवं बेटा-बेटी में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करने की बात कही। इस दौरान डीपीओ ने लैंगिक हिंसा, दहेज़ प्रथा, बाल विवाह आदि पर रोक लगाने की जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान बेटा व बेटी के जन्म में अंतर को समाप्त करने के लिये लोगो को जागरूक किया। इस क्रम में उन्होंने पीएम वीआई, मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेटी की शादी 19 वर्ष से कम में ना कराए। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका को लाभुकों का बैठक कर पीएमवीवाइ का फॉर्म भरने का निर्देश दिए। इस क्रम में डीपीसी रूमी शोएब ने भी पीएमवीवाइ पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस मौके पर महिला हिंसा पखवाड़ा के तहत जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिये जागरूकता रैली भी निकाली गई। इस अवसर पर डीपीओ मंजुला कुमारी व्यास, डीपीसी रूमी शोएब, एलएस उषा कुमारी, वार्ड सदस्य सुष्मिता देवी, सेविका आशा देवी, शभया देवी, नूतन देवी, गुड्डी देवी, बबिता रानी, रिंकू देवी आदि मौजूद थे।