विश्व संग्रहालय दिवस पर बुद्ध स्मृति पार्क में संगोष्ठी, संग्रहालयों के भविष्य पर चर्चा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना। विश्व संग्रहालय दिवस के अवसर पर बुद्ध स्मृति पार्क संग्रहालय, पटना में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय- तेजी से बदलते समुदायों में संग्रहालय का भविष्य है। संगोष्ठी के वक्ता में डा० यु.सी. द्विवेदी (Dr. U.C. Divedy) पूर्व निदेशक संग्रहालय एवं डा० डी.एन. सिन्हा (Dr. D.N. Sinha), पूर्व अधीक्षण, पुरातत्वविद, भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण, पटना सर्किल थे। मंच का संचालन डा० विमल तिवारी एवं स्वागत , धन्यवाद ज्ञापन डा० विनय कुमार सहायक संग्रहालयाध्यक्ष ने किया।
डा० द्विवेदी ने बताया कि परिर्वतन करना मानव का स्वभाव है। आज संग्रहालय में भी लोगों के रूझान को देखते हुए बहुत सारे परिर्वतन किये गये है और आगे भी प्रयास किया जा रहा है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा अपने संस्कृति एव धरोहरों को समझ से और आने वाले पिढ़ी के लिए संजो कर रख सके।
दुसरे वक्ता डा० सिन्हा ने बताया है संग्रहालय भी लोगों की आवश्यकता को देखते हुए बहुत सारे बदलाव किये है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने धरोहरों को जान सके और कलाकृतियों से ज्ञान प्राप्त कर सके। लोगों का रुझान देखते हुए अलग-अलग थीम के अनुसार भी संग्रहालय बने है और आगे भी उसे और आर्कषक बनाया जा रहा है।
इस संगोष्ठी में विभाग के श्री अनील कुमार, कार्यपालक अभियंता, श्री अरविन्द तिवारी, सहायक अभियंता एवं श्री राणा सुजीत कुमार टुनटुन, आंतरिक वित्तीय सलाहकार डा० मनीष गुप्ता, तकनीकी सहायक, श्रीमती आशा पाण्डेय, श्री विजय कुमार तथा अन्य संग्रहालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। संगोष्ठी में पटना के विभिन्न कॉलेजों. स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।