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निजी जीवन में सुचिता और आंतरिक सतर्कता से नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाया जा सकता है: जिलाधिकारी।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- दिनांक 26 नवंबर 2021 को श्री अमित कुमार, भा. प्र. से. जिला पदाधिकारी, मधुबनी के नेतृत्व में नगर भवन, मधुबनी में जिले के विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों और सरकारी कर्मियों के साथ साथ शिक्षक शिक्षिकाओं एवं युवाओं ने नशा मुक्ति से संबंधित शपथ ग्रहण किया।

बताते चलें कि बिहार में वर्ष 2016 से ही मद्य निषेध कानून लागू है। इस परिप्रेक्ष्य में प्रति वर्ष 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस मनाया जाता है। माननीय मुख्यमंत्री, बिहार की प्रेरणा से आज जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम नगर भवन, मधुबनी में आयोजित किया गया था, जिसके दौरान जिलाधिकारी मधुबनी के नेतृत्व में उपस्थित सभी लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री बिहार द्वारा उदघोषित ऑनलाइन लाइव प्रसारित शपथ ग्रहण समारोह का अनुकरण किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि आज का दिन शानदार है। आज मद्य निषेध दिवस भी है और जिस संविधान से प्रेरणा लेकर इसे लागू किया गया है, उस संविधान को भी 26 नवंबर 1949 ईस्वी को अपनाया गया था। इसलिए आज के दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस क्रम में जिलाधिकारी ने भारत के संविधान की उद्देशिका को मैथिली में उच्चारित कर सब को चकित कर दिया।

उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में पूरे जिले भर में अलग अलग विभागों द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें शिक्षा, बाल विकास परियोजना, जीविका, स्वास्थ्य विभाग और मिथिला चित्रकला संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और इससे अधिक से अधिक लोग नशा मुक्ति अभियान में जुड़ने के लिए प्रेरित हुए।

उन्होंने बिहार में मद्य निषेध कानून लागू होने से पहले की परिस्थितियों का भी जिक्र किया कि किस प्रकार लोग शराब जैसी सामाजिक बुराई से बुरी तरह प्रताड़ित थे। आज मद्य निषेध कानून लागू होने से कानून व्यवस्था कायम करने में काफी सुविधा हो रही है। इतना ही नहीं, लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा भी हो रही है और मद्य पान से होने वाली बीमारियों के इलाज पर होने वाले खर्च के रुपए भी बच रहे हैं। इससे समाज की महिलाओं के लिए बेहतर स्थिति बनी है।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक स्तर से कार्रवाई जारी है। लोगों को सजा भी मिल रही है। परंतु, यदि हमें मद्य निषेध के लक्ष्य को पूर्ण रूप से हासिल करना है, तो लोगों को स्वयं इससे होने वाले दुष्परिणामों को समझना होगा और जीवन में सुचिता और आंतरिक सतर्कता अपनाकर मद्य निषेध कानून को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करना होगा ।

इस अवसर पर उन्होंने सभी सरकारी कर्मियों को उनकी जवाबदेही का स्मरण करवाया और अपेक्षा की कि वे सभी मद्य निषेध कानून का पालन करेंगे।

युवाओं को अपने विचार से अवगत कराते हुए जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि कुछ युवा ये कह देते हैं कि मद्य पान से उन्हें किक मिलती है, परंतु असल किक तो अपने माता पिता के अरमान पूरे करने में है। इसलिए युवाओं को नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में पूरे जोश से साथ आना चाहिए, क्योंकि ये उनके और पूरे समाज के भविष्य से जुड़ी हुई बात है।

उन्होंने कहा कि हर वो व्यक्ति जो मद्य पान नहीं करते हैं, उन्हें मद्य निषेध के फायदे के प्रति अन्य लोगों को भी जागरूक करने का बीड़ा उठाना चाहिए।

उपस्थित लोगों को शपथ दिलाते हुए जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि बिहार में मद्य निषेध कानून लागू है। आज की यह शपथ कहती है कि आपको बिहार ही नहीं, बल्कि कहीं और भी जाकर मद्य पान नहीं करना है। यह शपथ आपके लिए, आपके परिवार के लिए और पूरे समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अतः सभी लोग आज की शपथ का मान अवश्य रखें।

उन्होंने जानकारी दी कि जिले में व्यापक स्तर पर बिजली के खंभों और ट्रांसफार्मर पर टॉल फ्री नंबर लिखवाए गए हैं। मद्य निषेध कानून के विरुद्ध की गई किसी भी गतिविधि की सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है। यह कॉल पटना में रिसीव होगा और इसपर संबंधित थाने को त्वरित कार्रवाई करनी होगी। सूचना देने वाले की जानकारी पूर्णरूपेण गुप्त रखी जाएगी।

उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग जब आपस में चर्चा करें तो उसमें नशा मुक्ति अभियान के फायदों की बात अवश्य करें, ताकि ये अभियान जन जन का अभियान बन जाए।

उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के हर तबके को आगे आने का आह्वान किया और भविष्य की शुभकामनाएं भी दी।

इस अवसर पर श्री घनश्याम ठाकुर, बिहार विधान परिषद सदस्य, श्री अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी, श्री विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री नसीम अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी, श्री गणेश कुमार, उत्पाद अधीक्षक, मधुबनी, श्री सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन, मधुबनी, श्री आमेत विक्रम बैनामी, नाजारत उप समाहर्ता, मधुबनी, श्री साहब रसूल, उप निदेशक, मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी, श्री अश्वनी कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, मधुबनी, श्रीमती ऋचा गार्गी, जिला परियोजना समन्वयक, जीविका, श्रीमती शोभा सिन्हा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना, मधुबनी, श्री राजीव कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर मधुबनी, श्रीमती वीणा चौधरी, प्रभारी, महिला हेल्पलाइन, मधुबनी के साथ साथ बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षिकाएं, सरकारी कर्मी एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे। मंच संचालक की भूमिका डॉ. रामसेवक झा और उमेश कुमार द्वारा निभाई गई।

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