किशनगंज : एमजीएम मेडिकल कॉलेज में खुला क्रिएशन फर्टिलिटी सेंटर, अब किसी मां की गोद नहीं रहेगी सुनी, बन सकेंगी मां : डॉ दिलीप जायसवाल

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, संतान की चाह रखने वाले महिलाओं का अब एमजीएम मेडिकल कॉलेज में इलाज शुरू हो गया है। इसकी व्यवस्था एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के ओर से की गई है। अब आईवीएफ के तहत उन महिलाओं को संतान की प्राप्ति होगी, जो शादी के वर्षों बाद भी संतान का सुख नहीं भोग पाए हैं। यह जानकारी शुक्रवार को विधान पार्षद व सह एमजीएम मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने प्रेस वार्ता कर दी। उन्होंने कहा कि वैसे लोग जो संतान की चाह रखते हों उन्हें आईवीएफ की सेवा लेने के लिए अब जिले से बाहर नहीं जाना होगा।
शुक्रवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सभागार में क्रिएशन द फर्टिलिटी सेन्टर के सौजन्य से मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि क्रिएशन द फर्टिलिटी सेंटर के द्वारा एमजीएम मेडिकल कॉलेज में परेशान लोगों को बांझपन की समस्या से निजात दिलाने के लिए आईभीएफ के लिए ओपीडी सेवा शुरू की गई है। जहां आईयूआई, आईभीएफ मोनेटरिंग, अल्ट्रासाउंड, काउंसिलिंग, आईवीएफ मेडिसिन जैसी सुविधाएं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कम खर्च पर ही ये सुविधा उपलब्ध होंगी। यहां शीघ्र ही इस सेवा का सेंटर भी खोला जायेगा।
एमजीएम माता गुजरी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. इच्छित भारत ने कहा कि इस सेवा के लिए अब लोगों बाहर जाकर समय गंवाना नहीं पड़ेगा। प्राइवेट में आईवीएफ का इलाज बहुत महंगा आता है। यह सेवा एमजीएम में शुरू की गई है। क्रिएशन द फर्टिलिटी सेंटर के निदेशक रामकृष्ण चटर्जी ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में यह सेवा मंगलवार व शुक्रवार को डॉ. चांदनी और डाक्टर टीना कर्मकार के द्वारा ओपीडी सेवा दी जायेगी। इसके अलावा डॉ. एस बाला, डॉ. श्वेता त्रिपाठी, डॉ. नवरूना दास, डॉ. रूची मोहन व डॉ. अर्पना झा भी अपनी सेवाएं देंगी। बेहिचक एमजीएम में आकर जिले सहित आसपास के इलाके के लोग इलाज करा सकते हैं।