किशनगंज : ठाकुरगंज बेसरबाटी पंचायत की मुखिया अनुपमा देवी ने सड़क निर्माण कंपनी द्वारा किए जा रहे अवैध खनन का मुख्यमंत्री सहित अन्य विभागीय पदाधिकारियों को पत्र लिखकर अवैध खनन के खेल को किया उजागर।

ठाकुरगंज प्रखंड में सड़क निर्माण कंपनी द्वारा किए जा रहे अवैध खनन को लेकर ग्रामीण हुए गोलबंद, मुखिया अनुपमा ठाकुर ने दी आंदोलन की धमकी..
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत नदी से अवैध तरीके से खनन का मामला प्रकाश में आया है। दरअसल बेसरबाटी पंचायत की मुखिया अनुपमा देवी ने मुख्यमंत्री सहित अन्य विभागीय पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इस अवैध खनन के खेल को उजागर किया है। सीएम नीतीश कुमार को लिखे पत्र में उन्होंने कहा की बंगाल सीमा के गलगलिया से बहादुरगंज NH-327ई सड़क के निर्माण में सरकार के निजी नदी से गैर कानूनी तरीके से मिट्टी काटा जा रहा है जिसपर तत्काल स्थल जांच कर कारवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा की गलगलिया से बहादुरगंज अररिया फोरलेन NH-327 में JR कंपनी द्वारा बेसरवाटी वार्ड नंबर-4 यादव टोला के पास में सरकारी नदी को 10-12 फिट गड्ढा कर मिट्टी काटा जा रहा है। वही उन्होंने कहा की NH-327E मघ निषेध चेक पोस्ट गालगलिया से आगे पुल के नीचे भी नदी में अवैध खनन हुआ है जो दिखता भी है। इस विषय पर मेरे द्वारा आपत्ति करने से रोड निर्माण कंपनी का कहना है कि मेरी जो मर्जी मैं करूंगा मेरा हजारों करोड़ों की योजना है लोकल सभी नेता रंगबाज सब मेरे साथ है, अंचल स्तरीय पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी सब मेरे साथ है आप लोग छोटा सा मुखिया है मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं, उनका कहना है कि हमारी कंपनी कुछ लोगों को दुनिया से उड़ा भी देगी तो अपने पैसो और बाहुबल के ताकत पर हमलोगों को कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा एवं उल्टा रंगदारी केस में फसा दूंगा।
मुखिया अनुपमा देवी ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि ठाकुरगंज अंचल अंतर्गत मौजा/पंचायत कुकुरबाघी एवं मौजा पंचायत पथरिया उक्त दोनों पंचायत में नदी का डाक है लेकिन जिस कंपनी को डाक है वह जेसीबी/पोकलेन के सहारे प्रतिदिन 100 हाईवा या ट्रक के माध्यम से पांच फेरी यानी की 500 हाईवा यानी 500000/C.F.T जिस की रोयल्टी मेरी समझ में लगभग पचास लाख प्रतिदिन है लेकिन इनके लाभ के चक्कर में तीनों ग्राम पंचायत कुकुरबाघी, पथरिया एवं बेसरवाटी के हाट बाजारों में लोगों के जान माल खतरे में बनी रहती है। उक्त कंपनी का हाइवा ट्रक बीच रास्ते में बीते दिनों पलट गई थी, संयोगवश कुछ बच्चों एवं लोगों की जान बच गई। वही उन्होंने जारी पत्र में कहा की यदि सभी जिला प्रशासन एवं प्रखंड एवं अंचल प्रशासन इस कंपनी के गैर कानूनी तरीके के काम में शामिल है तो मुझे कुछ नहीं कहना है यदि ऐसा नहीं है तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई करें ताकि आम लोगों को समझ में आए की प्रशासन अपना काम कर रहा है कंपनी द्वारा प्रशासनिक अधिकारी पर लगाए गए आरोप सही नहीं है तो उपयुक्त आवेदन के आलोक में जांचोप्रान्त आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा की बिहार सरकार बंदोबस्त भूमि/बिना डाक को बिना अनुमति के अवैध खनन से हुए नुकसान की भरपाई जुर्माना पेनाल्टी से वसूली करते हुए इस दुः साहस के लिए दोषियों को चिन्हित कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते। वही उन्होंने अपने पत्र में लिखा है की कुकुरबाघी एवं पथरिया ग्राम पंचायत के 31-Mar-2022 के डाक के तहत डाक लिए हुए कंपनी द्वारा नदी को 30-40 फिट गड्ढा कर अवैध बालू खनन किया जा रहा है जो कि आने वाले समय मैं नदी के दोनों तरफ 100-200 एकड़ जमीन चाय बागान अनानास बागान खेती की जमीन को अपने साथ बहा कर ले जाएगी एवं कुछ लोगों की आबादी/बसावट क्षतिग्रस्त प्रभावित हो जाएगी इस परिस्थिति में जिला स्तरीय स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी क्यों मुक दर्शक बने हुए हैं यह एक्ष प्रश्न है।उन्होंने कहा की इस विषय को लीपापोती करते हुए अगर सक्षम एवं संबंधित पदाधिकारी द्वारा यदि उचित कार्यवाही नहीं की गई तो अपनी जान माल भूमि के सुरक्षा हेतु आम जनता सड़क पर उतर कर नदी काटने के विरुद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी। श्रीमति ठाकुर ने कहा की बंदोवस्त नदी से बालू खनन एवं गैर बंदोवस्त नदी से अवैध मिट्टी खनन एवं 100 C.F.T का 1150 रुपया रॉयल्टी देकर मनमानी तरीके से 1400 रुपया लिया जाता है जिसके कारण सैकड़ों इंदिरा आवाज लाभुकों को आवास बनाने में महंगाई एवं मनमानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसका स्थलीय जांच कर भौतिक सत्यापन कर देखा जाए कि विभाग द्वारा तय सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है या प्राकृतिक संपदा का दोहन हो रहा है। वही उन्होंने कहा की जब वो खनन स्थल पर पहुंची तो वहां कंपनी के एक व्यक्ति द्वारा मुखिया को 300 रुपया प्रति हाईवा राशि देने की बात कही गई, जिसमे उक्त व्यक्ति द्वारा बताया गया की भांतगांव के मुखिया पुत्र मुन्ना सिंह को वो रुपया दिया जाता है। श्रीमती ठाकुर ने इस मामले के भी जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और पूरे मामले में जिनकी भी संलिप्ता हो उसपर कारवाई की जा सके। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर एक ऑडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे कंपनी का एक व्यक्ति कंपनी के किसी व्यक्ति से बात कर रहा है और कहते हुए सुना जा रहा है की वो मुन्ना जी से बात करेगा क्योंकि मुन्ना जी को रुपया दिया जा रहा है। उक्त मुन्ना कौन है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा ? मुखिया अनुपमा ठाकुर द्वारा लिखे पत्र पर सरकार और प्रशासन क्या कारवाई करती है यह देखने वाली बात होगी।