विचार

:-: व्यापार :-:

पटना डेस्क /सनातन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा वैश्य वर्ण (वृष, कन्या, मकर) के लोगों के लिए शुभ फलित मानी जाती हैं। तीनों वर्णों में वैश्य वर्ण धनवान होता हैं और वैश्य वर्ण के लोगों में व्यापारिक बुद्धि जन्मजात होती हैं। इस बात का सबसे बड़ा प्रमाण की किसी भी देश दुनिया का दक्षिणी भाग, अन्य भागों से अधिक समृद्ध और व्यापारिक दृष्टि से अधिक महत्वपूर्ण होता हैं चाहे दक्षिणी भोपाल हो या दक्षिणी एशिया, दक्षिणी अमेरिका हो या दक्षिणी कोरिया। जब आधुनिक विज्ञान, उपयुक्त बात के किसी निष्कर्ष पर पहुँचेगा, तो उसे एक नया अंग्रेजी नाम देकर प्रचारित कर देगा और हम ज्योतिष शास्त्र को पाखण्ड बताते हुए, उस नाम को विज्ञान का चमत्कार मान लेंगे। वेद शास्त्रों में कहीं बातें सूक्ष्म हैं, जो इस धरा के मनोभाव एव कार्यप्रणाली को ध्यान में रखकर निर्धारित की गई हैं। जिन्हें ये बातें अंधविश्वासी लगें, तो वह स्वयं ही बता दे कि दक्षिणी भाग ही अधिक समृद्ध क्यों होता हैं ??

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