*सामाजिक और बौद्धिक संगठनों के साथ बिहार कांग्रेस प्रभारी एवं बिहार अध्यक्ष ने की अहम बैठक*

मनीष कुमार कमलिया/बिहार कांग्रेस ने अपने सामाजिक पटल के विस्तार और सांगठनिक मजबूती के लिए आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में राज्य के विभिन्न सामाजिक और बौद्धिक संगठनों के प्रभारी कृष्णा अल्लवारू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ अहम बैठक आहूत की गई।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लवारू ने अपने संबोधन में कहा कि सिविल सोसायटी के लोगों से कांग्रेस को बहुत सारी अपेक्षाएं हैं और हम उनकी अपेक्षाओं में खरे उतरने की कोशिश करेंगे। आज देश में जो अराजक माहौल बना है उसे सुधारने में सिविल सोसायटी के लोग अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी के सदस्य हमारे पार्टी के मैनिफेस्टो निर्माण उर
डोर टू डोर अभियान में सहयोगी के तौर पर मिलकर काम करें। साथ ही वोटर लिस्ट पंजीकरण अभियान और बूथ कमिटी निर्माण में सहयोग करें। सामाजिक संगठनों के साथ कांग्रेस मजबूती से खड़ी रहेगी।
सिविल सोसायटी के विभिन्न लोगों ने अपनी बातों को प्रभारी कृष्णा अल्लवारू और प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के समक्ष रखी जिनको उन्होंने ध्यान से सुना और उनपर काम करने की पहल भी की।
बैठक में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि वर्तमान दौर में कांग्रेस को सामाजिक तौर पर मजबूत करने में स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों और सिविल सोसायटी के बौद्धिक वर्गों की बेहद जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज बिहार राज्य कोल्ड स्टोरेज की कमी, किसानों की आमदनी में कमी, बिहार की प्रति व्यक्ति आय के निम्न होने और पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की बात लगातार कहने वाली भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने बंटाधार कर रखा है। कांग्रेस की ओर से सदन में भी कांग्रेस के सदस्यों ने इस समस्या को उठाया। नीति आयोग की सरकारी रिपोर्ट में भी बिहार के बदहाल स्थिति को बताया गया। राज्य में उद्योग धंधे बंद पड़े हैं। इसको शुरू करने के लिए राज्य और केंद्र की सरकार ने कुछ कदम नहीं उठाए। बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आकर बोली लगाकर चले जाते हैं लेकिन समस्याएं मुंह बाएं खड़ी रहती है।
कार्यक्रम का संयोजक रिसर्च विभाग के चेयरमैन और प्रवक्ता आनन्द माधव ने कहा कि कहीं ना कहीं हम सब एक ही उद्धेश्य से लड़ रहे हैं लोकिन अलग अलग। हमें साथ चलनें की जरूरत है, जिससे इस कुशासन एवं अलोकतांत्रिक शासन का अंत हो।
बैठक का संचालन रिसर्च विभाग की डॉ मधुबाला ने किया।
सामाजिक संगठनों और बौद्धिक वर्ग के साथ बैठक में बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लवारू, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रभारी सचिव द्वय सुशील कुमार पासी और शाहनवाज आलम, एआईसीसी संचार विभाग के संयोजक अमिताभ दुबे, रिसर्च विभाग के चेयरमैन और प्रवक्ता आनंद माधव, कोषाध्यक्ष निर्मल वर्मा, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, प्रवक्ता डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, डॉ मधुबाला, डॉ शशि सिंह, कुमार गौरव सहित सिविल सोसायटी के अनिल राय, अक्षय कुमार, सिस्टर डॉरथी, चंद्र भूषण, लीमा जॉर्ज, नवेंदु जी, रूपेश जी, डा महेंन्द्र यादव, रामाशीष रॉय, राजीव कुमार, सिस्टर डोरोथी फर्नांडीज, सुरेश कुमार, स्वप्न मजूमदार, प्रदीप प्रियदर्शी, तारकेश्वर सिंह, डॉ राधे श्याम, मधुर कुमार, अशोक प्रियदर्शी, धनंजय कुमार, विजय कांत सिंहा, उमांशंकर सहनी, अरशद अजमल, राकेश रॉय, अफजल अहमद, प्रमोद शर्मा सहित अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहें।