औरंगाबाद : विहंगम योग के द्वारा मनाया गया बड़े धूमधाम से स्वर्वेद यात्रा महोत्सव..

भारत के 19 राज्य के 126 जगहो पर एक दिन, एक समय एक बैनर एक सिध्दांत को लेकर स्वर्वेद यात्रा निकाली गई है।
औरंगाबाद/मयंक कुमार, ब्रह्मविद्या विहंगम योग संस्थान के द्वारा भारत के 19 राज्य के 126 जगहो पर एक दिन, एक समय एक बैनर एक सिध्दांत को लेकर स्वर्वेद यात्रा निकाली गई है।जिसमें बारूण के साथ ओबरा, पौथू, दाऊदनगर भी शामिल है।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी सुनिल संगम व संचालन राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वैदिक महाविद्यालय के विद्यार्थी आचार्य मयंक शास्त्री ने किया।बारूण थानाध्यक्ष रंजय कुमार ने ‘अ’ अंकित श्वेत ध्वजा फहराकर कर स्वर्वेद यात्रा महोत्सव का उद्घाटन किया।कहा कि स्वच्छ, सुंदर और विकसित देश बनाने में आध्यात्म का योगदान शुरू से रहा है।आचार्य मयंक शास्त्री ने बताया कि संपूर्ण विश्व में शांति की स्थापना एवं मानव को आत्म साक्षात्कार से लेकर परमात्मा तक प्राप्ति कराना विहंगम योग का प्रमुख उद्देश्य है।आज संसार के अंदर काफी अशांति, बेचैनी, झूठ और नकारात्मक शक्तियां ज्यादा दिख रही है।इन सब का निवारण तभी संभव है जब सबके घरों में स्वर्वेद का नियमित अभ्यास होगा।
विहंगम योग एक अध्यात्मिक प्रयोग है।घर-घर में, जन-जन में, मन-मन तक स्वर्वेद पहुंचे।यही स्वर्वेद यात्रा का उद्देश्य है यही संत प्रवर श्री विज्ञानदेव महाराज जी का आदेश है, ताकि हम सभी संपूर्ण विश्व में शांति की स्थापना कर मानव गुणधर्म को बढ़ा सके।स्वर्वेद के रचनाकार विहंगम योग के प्रणेता महर्षि अनंत श्री सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने शुन्य शिखर हिमालय की कंदरा में 17 वर्षों की कठिन तप के पश्चात विश्व के मानव कल्याण के लिए एक प्रसाद स्वरूप स्वर्वेद को लिखकर समाज को भेंट किया।जिसका आज हम सभी अपने जीवन का आधार स्वर्वेद को बनाए हुए हैं।चारों वेद का भेद खोलता है स्वर्वेद।बारूण केशव मोड़ से बाजार होते धमनी तक करीब पांच किलोमीटर के पैदल शोभायात्रा किया गया।जिसमे सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरूषों ने अपने सिर पर स्वर्वेद और हाथो में अ अंकित श्वेत झंडा लेकर जय घोस और भजन करते स्वर्वेद यात्रा महोत्सव को मनाया।मौके पर जिला संयोजक उमेश सिंह, अनुज सिंह, डॉ श्यामनारायण प्रसाद, सुनील संगम, धमनी पंचायत मुखिया उपेंद्र कुमार, धर्मजीत यादव, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष सतीश कुमार, श्याम सुंदर शर्मा, नंदकिशोर चौधरी, केदार चौधरी, लव सिंह, आलोक कुमार, सरपंच सुबोध कुमार, राजाराम सिंह, दिव्यांशु कुमार, सोनू कुमार, प्रकाश कुमार, देवंती देवी, शिवमती देवी, नीरा देवी, रूपमणी देवी, रीमा देवी, अनिता देवी के साथ सैकड़ों की संख्या मे लोग मौजूद रहे।