प्रोस्थेटिक्स एवं ऑर्थोटिक्स के महत्व पर AIIMS में जागरुकता कार्यक्रम।।..

त्रिलोकी नाथ प्रसादअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, (एम्स) पटना के प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स यूनिट, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन विभाग (पीएमआर) के तरफ से दिनांक 05/03/2021 को प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स के महत्त्व पर एक दिवसीय जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसके मुख्य अतिथि डॉ शिवाजी
कुमार (राज्य आयुक्त निः शकत्ता, बिहार) रहे। इस कार्य क्रम का उद्देश्य एम्स पटना में दिव्यांग मरीज़ों क़ो ADIP स्कीम का लाभ पहुँचना भी है।
एम्स निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स यूनिट के माध्यम से AIIMS में ऐसे कई मरीज जिनके हाथ – पैर किसी कारण बस कट चुके हैं एवं जिनहे कोई शारिरिक विकृति रही हो वैसे दिव्यंगजन को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण (प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स) प्रदान कर समाज के मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया गया है और आगे भी किया जाएगा।
मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार पांडेय पी ऐम आर विभाग में दिव्यांग जनो को पहले से ही ओ पी डी ,आई पी डी एवं सर्जरी की सुविधा बिहार में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में प्रदान की जा रही है।
साथ ही डॉ शिवाजी ने आश्वासन दिया कि अगर और भी किसी तरह की सहायता बिहार सरकार की तरह से चाहिए तो वो अपने तरफ से जो भी सहयोग हो वो प्रदान कराने की कोशिश करेंगे।
प्रास्थेटिक एंड ओरथोटिक वर्क्शाप की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और निदेशक महोदय ने आश्वासन दिया की दिव्यंगो के लिए जल्दी ही ये सुविधा बहाल की जाएगी ।
इस अवसर पर उप निदेशक प्रशासन श्री परिमल शिन्हा,डीन डॉ. उमेश भादानी एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह, डॉक्टर प्रशांत सिंह, डॉक्टर दीपक कुमार भी मौजूद थे।