बारूण में शांति पूर्वक मनाया गया मुहर्रम का त्योहार…

बारूण/मयंक कुमार, औरंगाबाद हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में दशवीं को मनाया जाने वाला मुहर्रम त्योहार पारंपरिक ढंग से मनाया गया।ताजिया जुलुस निकाला गया।वहीं हजरत इमाम, हसन हुसैन के सच्चाई के प्रति बलिदान की याद में मनाया जाने वाला मुहर्रम पर्व शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया।
प्रखंड क्षेत्रों में आकर्षक रूप से तैयार किये गये ताजिया के साथ लोग अपने अपने गांव के विभिन्न जगहों से अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करते हुए करतब दिखाया।इस अवसर पर मंगलवार को प्रखंड के केशव मेला सोननगर, मोहनगंज, शेखबिगह, बारूण, बाजार, रजाक बीघा, सिरिस, जोगिया आदि गांव मुहल्लों से बाजे-गाजे के साथ भव्य ताजिया जुलूस निकाला गया।मो.हैदर अली ने कहा कि इमाम हुसैन के शहादत में दुनिया भर के मुस्लिम मोहर्रम मनाते हैं।मोहर्रम में मुसलमान शोक मनाते हैं। हुसैन का मकसद था कि खुद को मिटाकर भी इस्लाम और इंसानियत को जिंदा रखना है।यह शांति और अहिंसा के पैगाम भी देता है।बताया कि बारूण सदर चौक की अध्यक्षता हाजी रहमत हुसैन, मस्जिद मोहल्ला के नजीर फारुकी, शाहगंज के आशिक हुसैन, मोहनगंज के रामसूल हक ने किया।इसमें काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के हर उम्र के लोग शामिल हुए।जुलूस के साथ चल रहे ताजिया लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना रहा, जिसे देखने के लिए सभी वर्ग के लोगों की भीड़ लगी रही।ताजिया जुलूस में शामिल युवकों ने लाठी, डंडा, तलवार से एक से बढ़ कर एक कर्तव्य का प्रदर्शन किया और या अली, या हुसैन से पूरा क्षेत्र गूंजेएमान रहा।मौके पर मो. जियाउल, वकील फारुकी, हलनैन रजा, पिंटू, अनवर, के साथ सैकड़ों लोग मौजूद रहे।