जिलाधिकारी पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निदेशानुसार जिला निरीक्षण समिति के द्वारा पटना जिला अन्तर्गत बाल देख-रेख संस्थानों (पर्यवेक्षण गृह , विशेष गृह, अपना घर बाल गृह, बालिका गृह आशा किरण) का निरीक्षण किया गया। जिला निरीक्षण समिति द्वारा पटना जिला अन्तर्गत सभी बाल देख-रेख संस्थाओं का निरीक्षण दिनांक 19 मार्च 2025 से लेकर 21 मार्च 2025 तक किया जाना है l

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/किशोर न्याय (बालकों की देख –रेख एवं संरक्षण ) अधिनियम 2015 की धारा 54 तथा बिहार किशोर न्याय (बालकों की देख –रेख एवं संरक्षण ) नियमावली 2017 के नियम 41(8) के प्रावधानों के अंतर्गत गठित जिला निरीक्षण समिति में जिलाधिकारी के साथ मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (शिक्षा), पुलिस उपाधीक्षक (मु०) सह नोडल पदाधिकारी विशेष किशोर पुलिस इकाई, मानसिक रोग विशेषज्ञ, बाल कल्याण समिति/ किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष/सदस्य तथा जिलाधिकारी द्वारा नामित बाल संरक्षण क्षेत्र में कार्यरत नागरिक समाज का एक सदस्य होता है जो हर तीन माह में जिला में संचालित सभी बाल देखरेख संस्थानों का निरीक्षण कर निर्धारित प्रपत्र 46 में अपनी रिपोर्ट समाज कल्याण निदेशालय को प्रेषित करता है। निरीक्षण समिति ने अधिकांश गृहों की व्यवस्था को संतोषजनक पाया। बाल देखरेख संस्थानों में पाई गई त्रुटियों के निराकरण हेतु अधीक्षकों को किशोर न्याय (बालकों की देख –रेख एवं संरक्षण ) अधिनियम 2015 के प्रावधानों को शत प्रतिशत लागू करना सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
निरीक्षण समिति द्वारा पिछले त्रैमासिक निरीक्षण के दौरान दिए गए निदेशों की समीक्षा की गई तथा उसमें संतोषजनक सुधार पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण गृह , विशेष गृह का गहन निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान गृह में लगे CCTV कैमरा , बच्चो के लिए बनाये जा रहे भोजन, भंडार गृह , बच्चों का शयन कक्ष एवं गृह के पुरे परिसर का भ्रमण किया गया जिसमे सभी संतोषजनक स्थिती में पायी गई | भ्रमण के दौरान गृह के अधीक्षक को भवन की सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाने का निर्देश दिया गया | साथ ही आलमगंज थाना को निर्देश दिया गया की रात्रि पाली में दो बार पर्यवेक्षण गृह के आस पास गस्ती करना सुनिश्चित करेंगे l निरीक्षण के क्रम में बाल गृह अपना घर तथा आशा किरण बालिका गृह में आवासित बच्चों के पुनर्वासन की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश संबंधित अधीक्षकों को दिया गया l
निरीक्षण के दौरान बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए। अधीक्षकों को संस्थानों में मौजूद सभी सुविधाओं को दुरुस्त रखने, बच्चों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखने और उनकी समग्र प्रगति सुनिश्चित करने हेतु तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण में स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस एवं अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहेl