आरा : साहब.. यहां गरीब को न्याय नहीं मिलता, पुलिस से उठ चुका है भरोसा…

गुड्डू कुमार सिंह आरा : साहब.. यहां गरीब को न्याय नहीं मिलता। अमीर हैं या फिर ऊपर तक पहुंच है तो पुलिस से लेकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि तक हर कोई खड़ा हो जाता है। इसी हकीकत का सामना पिछले 2 साल से कर रहा हूं। बेटे की हत्या के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर दहलीज तक पहुंचा, लेकिन न्याय नहीं मिल पाया। पुलिस से तो पूरी तरह भरोसा उठ चुका है। यह दर्द उस पिता का है, जो बेटे को न्याय दिलाने के लिए वर्ष 2018 से भटक रहा है।
जिस देश में प्रतिष्ठित परिवार के किसी सदस्य की संदिग्ध मौत से पूरा सिस्टम हिल उठता है, उसी देश में एक गरीब पिता को अपने बेटे की हत्या के आरोपितों पर कार्रवाई के लिए जिदगी भर दर-दर भटकना पड़ता है। न्याय दिलाना तो दूर हर कोई उसे दबाने व धमकाने का ही प्रयास करता है। ऐसे हालात में तो अब जीने की भी इच्छा नहीं रहती।
यह दर्द भरी कहानी अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के डोमन डिहरा गांव निवासी बैजनाथ पंडेय और उनकी पत्नी रति देवी की है। बताया जा रहा है कि डोमनडिहरा गांव निवासी बैजनाथ पांडेय के बेटे अमित पाडेय की 04 मई, 2018 को जमीनी विवाद में हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। लेकिन, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
अपने जवान बेटे अमित पांडेय के हत्यारों की गिरफ्तारी और इंसाफ के लिए साहबो से गुहार लगा लगा कर दोनों थक चुके है। न्याय नहीं मिला तो बापू के आदर्शों पर चलते हुए अनशन किया। इसके बाद भी न्याय नहीं मिला और हत्या के दो साल बाद भी आरोपित गिरफ्तार नहीं किये जा सके। इस कारण माता पिता का कानून से भरोसा टूट चुका है। दोनों को अब पुलिस नही बजरंग बली पर भरोसा है। उनका परिवार अब हाथ मे गंगाजल लेकर हनुमान चालीसा का पाठ कर रहा है।
आपको बता दे कि बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी को ले बैजनाथ पांडेय और उनकी पत्नी रति देवी तीसरी बार अनशन पर बैठे हैं इससे पहले भी दो बार अनशन कर चुके हैं। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि आखिर पुलिस किस कारण से आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।