किशनगंज : कोचाधामन में निर्माणाधीन पुल का सेंटरिंग खुल गिरा नदी की धार में, पुल के कई हिस्सों में आई दरार, पुल निर्माण कार्य में सावधानी के साथ साथ इसके गुणवत्ता पर भी उठने लगे है सवाल।
इस पुल को बनाने में कुल लागत 1 करोड़ 44 लाख 6 हजार 412 रुपए लगाये गये हैं। पुल की कुल लम्बाई 68.52 मी० एप्रोच रोड-296.48 मी० है।
- स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कनकई नदी पर हो रहे पुल निर्माण का काम कई सालों से चल रहा है। इस निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग के कारण ऐसा हो रहा है।
- ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से संवेदक मानक का उल्लंघन कर रहे हैं, इसकी सच्चाई बारिश व नदी में हल्के पानी बढ़ने से खुल गई। इस पुल को बनाने में कई तरह की अनियमितता की गई है।
- आखिर कैसे करोड़ों रुपए की लागत से बन रहे पुल का सेट्रिंग ध्वस्त हो सकता है..?
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, कोचाधामन में निर्माणाधीन पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रखंड के बड़ीजान पंचायत में आरसीसी पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। इस पुल को बनाने में कुल लागत 1 करोड़ 44 लाख 6 हजार 412 रुपए लगाये गये हैं। इस पुल को बनाने में कई तरह की अनियमितता की गई, जिसके कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया। 9 जून को निर्माणाधीन पुल का सेंटरिंग खुलकर नदी के धारा में बह गयी, उसके बाद पुल के कई हिस्सों में दरार पड़ गई। इसी कारण से पुल निर्माण कार्य में सावधानी के साथ साथ इसके गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मामला दुर्गापुर घाट का है।
गौरतलब हो कि जिले के बूढ़ी कनकई नदी पर दुर्गापुर घाट में आरसीसी पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल के दोनों हिस्से का ढलाई का कार्य पूरा हो गया है। वहीं पुल के बीच के हिस्से का ढलाई का काम प्रगति पर था। इसी बीच बारिश के कारण नदी में पानी के बहाव में पुल के ढलाई वाले भाग का सेंटरिंग नदी में गिर गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कनकई नदी पर हो रहे पुल निर्माण का काम कई सालों से चल रहा है। इस निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग के कारण ऐसा हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से संवेदक मानक का उल्लंघन कर रहे हैं, इसकी सच्चाई बारिश व नदी में हल्के पानी बढ़ने से खुल गई। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यदि घटना होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।लोगों ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कैसे करोड़ों रुपए की लागत से बन रहे पुल का सेट्रिंग कैसे ध्वस्त हो सकता है। इसके बाद यह भी पूछा कि अभी निर्माण पूरी तरह हुआ भी नहीं और अभी से ही ऐसी दरार कैसे आ सकती है। इससे सीधे निर्माण सामग्री और गुणवत्ता पर सवालिया निशान खड़ा होता है। इस पुल का निर्माण बड़ीजान पोठीमारी जागीर से बड़ीजान दुर्गापुर पथ तक की जा रही है।
इसकी कुल लम्बाई 68.52 मी० एप्रोच रोड-296.48 मी० है। इस परियोजना को भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा वित्त पोषित परियोजना के तहत करवाई जा रही है। वहीं सूत्रों की मानें तो इस पुल निर्माण में सरिया का मानक नियम के तहत इस्तेमाल नहीं हुआ है। वहीं इस मामले मे संबंधित विभाग के अधिकारी और अभियंता कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं। जो उच्च स्तरीय जांच का विषय है।