किशनगंज : मंत्री ग्रामीण विकास विभाग की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में विभिन्न योजनाओं की उपलब्धि पर समीक्षा बैठक आहूत
मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आधार सीडिंग, प्रधानमंत्री आवास योजना में भुगतान, शौचालय निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, वृक्षारोपण, अमृत सरोवर, जल जीवन हरियाली अभियान, कचरा प्रबंधन, ओडीएफ, प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट गोवर्धन, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस, मुख्यमंत्री ग्राम आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्राम आवास सहायता योजना, मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना, जीविका,सतत जीविकोपार्जन योजना की प्रगति एवं उपलब्धि की विस्तृत समीक्षा किया गया। जिलांतर्गत प्रगति संतोषजनक पाया गया
किशनगंज, 06 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, श्रवण कुमार मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं की अद्यतन कार्य प्रगति एवं उपलब्धि पर समीक्षात्मक बैठक जिला परिषद सभागार में आहूत की गई। बैठक में सर्वप्रथम डीएम तुषार सिंगला द्वारा मंत्री को पौधा अर्पण कर उनका स्वागत किया गया। उप विकास आयुक्त, स्पर्श गुप्ता के द्वारा विभिन्न योजनाओं की प्रगति एवं उपलब्धि से मंत्री को अवगत कराया गया। मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आधार सीडिंग, प्रधानमंत्री आवास योजना में भुगतान, शौचालय निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, वृक्षारोपण, अमृत सरोवर, जल जीवन हरियाली अभियान, कचरा प्रबंधन, ओडीएफ, प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट गोवर्धन, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस, मुख्यमंत्री ग्राम आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्राम आवास सहायता योजना, मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना, जीविका,सतत जीविकोपार्जन योजना की प्रगति एवं उपलब्धि की विस्तृत समीक्षा किया गया। जिलांतर्गत प्रगति संतोषजनक पाया गया। जल जीवन हरियाली की समीक्षा के क्रम में माननीय मंत्री द्वारा सार्वजनिक कुआं का जीर्णोद्धार, सोख्ता का निर्माण कराया गया है, उसकी स्थलीय जांच करने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया। एलएसबीए के तहत शौचालय एवं आवास निर्माण के भुगतान की समीक्षा के दौरान संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिस लाभुक का शौचालय एवं आवास निर्माण पूर्ण हुआ है और भुगतान नहीं हुआ है, उसका भुगतान निर्धारित समय सीमा के अंदर करना सुनिश्चित करें। संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि हाउस होल्डर का सर्वे करें। व्यक्तिगत तथा सामुदायिक शौचालय निर्माण की जांच करें और जहां जरूरत है वहां निर्माण करने का निर्देश दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत जिस लाभुकों को प्रथम एवं द्वितीय तथा तृतीय किस्त भुगतान राशि का गैपिंग है उसे निर्धारित समय के अंदर निष्पादन करने का निर्देश दिया गया।समीक्षा के क्रम में माननीय मंत्री ने कहा है कि ऐसी संभावना हो सकती है कि लाभुको द्वारा शौचालय निर्माण की राशि लेकर शौचालय नहीं बनवाया हो, इसकी जांच करें और कार्रवाई की जाय।साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके घरों में शौचालय नहीं है, उनको प्राथमिकता देकर शौचालय निर्माण करवाएं। लाभुको के घर जाकर जांच करें और दोहरे भुगतान प्राप्त करने वाले लाभुक को चिन्हित करें। इंदिरा आवास के लाभुको, जिनका आवास अबतक पूर्ण नहीं है, इनकी इच्छा अनुसार उनको बैंक लोन दिलवाकर आवास पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।मुख्यमंत्री ग्राम आवास योजना एवं आवास सहायता योजना, मुख्यमंत्री आवास स्थल क्रय सहायता योजना के लंबित कार्यों को निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान जीविका डीपीएम द्वारा बताया गया कि जिला में स्वयं सहायता समूह की संख्या 18391है। इसमें 18131 के पास बचत खाता है। सतत् जीविकोपार्जन योजना की समीक्षा के क्रम में डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि चयनित परिवारों की संख्या 2402 है। उसमे 2135 लाभान्वित परिवार है। देसी शराब के उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े अत्यंत निर्धन परिवारों की कुल संख्या 2160 है, जिसका सत्यापन करते हुए सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत योग्य परिवार 217 को वित्तीय सहायता दिया गया है। जीविका के कार्यों की समीक्षा में मंत्री ने निराशा व्यक्त करते हुए सुधार की आवश्यकता बतलाई। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जीविका का उत्पाद बढ़ाएं और इनके बिक्री हेतु कार्य योजना पर आगे बढ़ें। सदर अस्पताल में संचालित दीदी की रसोई में जीविका का ही उत्पाद के प्रयोग पर बल दिया। जीविका को हस्तांतरित 4 तालाब में मत्स्य पालन तथा इसकी बिक्री प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया। मछली बिक्री के लिए उचित बाजार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी जिंदा मछली उपलब्ध हो सके। इसके लिए सरकार द्वारा वाहन की सुविधा दी जाएगी। उक्त तालाबों का संचालन जीविका दीदियों के स्तर से ही होगा। मंत्री ने निर्देशित किया कि ऐसी व्यवस्था को कि मत्स्य उत्पादको को सालो भर बाजार मिले। मत्स्य पालन, बिक्री में जीविका दीदी सक्रिय भूमिका में रहें। आधार सीडिंग की समीक्षा के दौरान मंत्री द्वारा संबंधित पदाधिकारी को आधार सीडिंग का कार्य शत प्रतिशत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। सतत् जीविकोपार्जन योजना से अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को जोड़ने तथा जीविका को और आगे बढ़ाने का निर्देश डीपीएम जीविका को दिया गया। एलएसबीए अंतर्गत स्वच्छता के कार्यों पर भी माननीय मंत्री ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि स्वच्छता कार्य में ढिलाई बरतने पर कर्मियो के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। सामुदायिक शौचालय को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड और मनरेगा कार्यों की समीक्षा में माननीय मंत्री ने खेल मैदान निर्माण करवाने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि मजदूरों के द्वारा काम मांगने पर उन्हें अवश्य काम दें परन्तु जो लोग काम पर नहीं आ रहें हैं उनके बारे में भी पता करें कि क्या कारण है कि वे अनुपस्थित हैं। कार्यों को गहन समीक्षा की गई। मंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग को गरीबों के लिए बताया और पदाधिकारियों को लोगो से अच्छे व्यवहार करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कई उदाहरण देकर रूट लेवल पर जाकर कार्य करने पर जोर दिया। बैठक के अंत में डीएम तुषार सिंगला के द्वारा जिला के मुख्य उत्पाद को जुट के थैले में माननीय मंत्री को भेंट किया गया। थैले में जीविका उत्पादित मसाला, अनानास, किशनगंज की चाय इत्यादि को डाला गया था। माननीय मंत्री द्वारा उत्पाद की पैकिंग की सराहना की गई। बैठक में डीएम, डीडीसी, डायरेक्टर डीआरडीए, डीपीआरओ, डीईओ, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी पीओ मनरेगा , डीपीएम जीविका, जिला समन्वयक, जिला सलाहकार, प्रखंड समन्वयक एल.एस.बी.ए. कार्यपालक अभियंता विद्युत एवं संबंधित अन्य पदाधिकारिगण उपस्थित थे।