किशनगंज : काम छोड़कर मतदान केंद्रों पर पहुंची महिलाएं, कहा-पहले मतदान फिर काम
सुबह 11 बजते-बजते तो अधिकतर सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। सिर्फ मतदान केंद्रों के आस-पास लोग दिखे, तब तक गर्मी का प्रभाव भी अधिक हो चुका था

किशनगंज, 26 अप्रैल (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, ग्रामीण क्षेत्रों में बूथों पर महिलाओं की भी लंबी कतार दिखी। महिला वोटरों ने बताया कि वे मजदूरी करती हैं लेकिन आज वोट देने लिए काम छोड़कर आई हैं। महिलाओं ने कहा कि मतदान जरुरी है इसलिए पहले मतदान फिर काम होना चाहिए। शुक्रवार अहले सुबह से ही पुरुष एवं महिला मतदाता अपने मतदान केन्द्रों पर पंक्तिबद्ध होने लगे। मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग का इंतजार करने लगे। दुकानें रही बंद और सड़कों पर कम दिखी भीड़। लोकतंत्र के महापर्व को लेकर छुट्टी थी। सबको मतदान करने पहुंचना था, लेकिन शहर की सड़कों पर सुबह 8 बजे से ही सन्नाटा जैसा माहौल रहा। एक तरफ दुकानें बंद थी, दफ्तर बंद थे, लेकिन मतदान केंद्रों पर भीड़ दिखी। सुबह 11 बजते-बजते तो अधिकतर सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। सिर्फ मतदान केंद्रों के आस-पास लोग दिखे, तब तक गर्मी का प्रभाव भी अधिक हो चुका था। एक तरफ सूर्यदेव का तेवर गर्म रहा, तो दूसरी तरफ मतदाताओं का उत्साह भी दिखा। लोकतंत्र के महापर्व में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के वोटरों की भागीदारी अच्छी दिखी। दोपहर में वोटिंग की रफ्तार थोड़ी कम हुई। फिर दोपहर बाद वोटिंग की रफ्तार में कुछ तेजी आयी। सुबह के करीब 10 बजे किशनगंज-ठाकुरगंज सड़क के किनारे बूथ पर वोटरों की कतारें लगी थीं। बूथ के सामने ही महिला व पुरूषों की कतारें लगी थीं। मतदाता अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
कतार में लगे लोग व युवाओं से बात करने पर पता चला कि कतार में लगा एक युवक वोट देने के लिए लगभग 1400 किलोमीटर का सफर तय कर दिल्ली से अपने गांव आया है। इसी तरह कई युवक दिखे जो सिर्फ वोट देने के लिए कोई पंजाब, कोलकाता, हैदराबाद, मुरादाबाद, राजस्थान से अपने गांव पहुंचकर वोट देने लाइन में खड़े थे।