किशनगंज : जिले के मानस की मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना अहमदाबाद में होगी हार्ट सर्जरी।

हवाई जहाज से अपने खर्च पर सरकार ने अहमदाबाद भेजा, घर से लेकर एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की नि:शुल्क सुविधा।
- बाल हृदय योजना से दिल में छेद वाले बच्चों के धड़कनों को मिल रही है ताकत।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने को लेकर जहाँ सरकार पूरी तरह गंभीर है वहीं, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग और कटिबद्ध है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए आरबीएसके टीम की पहल पर जिले के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का पूरी तरह निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है। जिसका सार्थक परिणाम यह है कि समुचित इलाज और स्वस्थ होने की उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं और बच्चों को नई स्वस्थ जिंदगी जीने का अवसर मिल रहा ही है। इसी कड़ी में जिले के चयनित बहादुरगंज प्रखंड के निवासी 02 वर्षीय बच्चे मानस को अहमदाबाद के श्री सत्य साईं अस्पताल में नि:शुल्क दिल में छेद वाले बच्चों की सर्जरी की जायेगी। वहां पर बच्चों के साथ-साथ उनके परिजन के रहने खाने तक की सभी सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ. ब्रहमदेव शर्मा ने बताया कि बाल हृदय योजना के तहत बच्चों में होने वाले जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है। उक्त बीमारी से पीड़ित बच्चे का बाल हृदय योजना के तहत सरकार द्वारा पूरी निःशुल्क इलाज कराया जाता है। यही नहीं, पीड़ित बच्चे और उसके अभिभावक के इलाज के लिए आने-जाने का खर्च भी सरकार ही वहन करती है। बाल हृदय योजना के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम जिले के विभिन्न स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की स्क्रीनिंग कर दिल में छेद से ग्रसित बच्चों को चिह्नित करती है। इसके बाद एम्बुलेंस से बच्चों को इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान, पटना में भेजकर स्क्रीनिंग करायी जाती है। स्कीनिंग में चिह्नित बच्चों के दिल का ऑपरेशन अहमदाबाद के सत्य साईं हॉस्पिटल में निःशुल्क ऑपरेशन कराया जाता है। बच्चे के साथ एक अटेंडेंट भी हवाई यात्रा कर अहमदाबाद जाते हैं। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बुधवार को बताया की जिले में दिल की बीमारी से ग्रसित बच्चों के माता पिता को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके बच्चे के दिल की बीमारियों का इलाज अब राज्य सरकार के द्वारा नि:शुल्क कराया जा रहा है। जिसके लिए राज्य सरकार बाल हृदय योजना का संचालन कर रही है। राज्य सरकार के कार्यक्रम (2020-2025) के अन्तर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 में हृदय में छेद के साथ जन्में बच्चों के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था हेतु स्वीकृत नई योजना ‘बाल हृदय योजना’ कार्यक्रम के तहत यह सुविधा प्रदान की जा रही है।