किशनगंज : अवैध वसूली का खेल खुलकर सामने आने पर डीएम ने अपर मुख्य सचिव को जिला खनन पदाधिकारी का भेजी रिपोर्ट।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला खनन विभाग में अवैध वसूली कर वाहनों को छोड़ने का मामला लगातार सामने आ रहा था। डीएम श्रीकांत शास्त्री द्वारा लगातार मामला सामने आने पर जांच कराने पर जिला खनन विकास पदाधिकारी बीना कुमारी द्वारा अवैध वसूली का खेल खुलकर सामने आ गया। खनन विकास पदाधिकारी गिट्टी लोड ट्रक को बालू लोड ट्रक बताकर गलत तरीके से बने ई चालान पर वाहन से अवैध उगाही कर छोड़ने का आदेश जारी कर दिया जाता था। खनन विकास पदाधिकारी द्वारा अवैध उगाही कर वाहनों को छोड़ने और राजस्व को हो रहे नुकसान को देखते हुए डीएम ने अपने स्तर से मामले की जांच कराकर अवैध वसूली का आरोप सत्य पाकर खनन एवं भूतत्व विभाग पटना के अपर मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजा है। मामला गलगलिया थाना पुलिस द्वारा चेकपोस्ट पर 20 जून को गिट्टी लोड ट्रक पकड़ने का है। अवैध तरीके से खनिज पदार्थ परिवहन करने के आरोप में पुलिस ने RJ-04GF-7730 रजिस्ट्रेशन नंबर के ट्रक को जब्त कर खनन विभाग और परिवहन विभाग को रिपोर्ट किया। जब्त ट्रक मामले में पुलिस द्वारा गिट्टी लोड होने का जब्ती सूची बनाकर भेजा गया। वहीं खनन विभाग द्वारा एक बालू लोड चालान के आधार पर ट्रक के सभी दस्तावेज जांच में वैध प्रतीत होने का हवाला देते हुए मुक्त करने का आदेश थाना को दिया गया। वहीं उसी नंबर के ट्रक का परिवहन विभाग द्वारा ओवरलोड का 48,380 रुपये का चालान काटा गया। मामले में खनन विभाग पर एक शिकायतकर्ता द्वारा 1 लाख 38 हजार रुपये लेकर गाड़ी छोड़ने का आरोप भी लगाया गया था। पूरे मामले में डीएम स्तर से गठित जांच टीम द्वारा जांच करने पर खनन विकास पदाधिकारी द्वारा उस ट्रक के ई चालान की वैधता की पुष्टि संबंधित कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। जांच टीम द्वारा रिपोर्ट सौंपने पर खनन विकास पदाधिकारी द्वारा अवैध उगाही का मामला स्पष्ट होने पर डीएम ने अपर मुख्य सचिव को पत्रांक संख्या 1517 में रिपोर्ट भेजा है। गौरतलब हो कि किशनगंज में जिला खनन विकास पदाधिकारी बीना कुमार के पदभार ग्रहण करने के बाद गलत तरीके से वसूली और वाहन संचालकों को परेशानी का मामला लगातार सामने आने लगा। कुछ सही दस्तावेज वाले वाहनों को कई दिनों तक जांच के नाम पर छोड़ने का आदेश नहीं दिया जाता। वहीं कुछ सही दस्तावेज वाले वाहन चालक से अवैध तरीके से चालान की राशि वसूलने का भी मामला सामने आया था। कार्यालय द्वारा वर्तमान खनन पदाधिकारी के योगदान बाद जब्त वाहनों से चालान और सही दस्तावेज बताकर छोड़ने के आदेश संबंधित दस्तावेज की जांच हो तो अवैध वसूली का कई मामले खुलकर सामने आएंगे। इस संबंध में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी होने के बाद उसकी जांच कराई गई। जांच में खनन विकास पदाधिकार द्वारा जब्त ट्रक के ई चालान के वैधता की पुष्टि के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं करने पर अवैध उगाही का आरोप सत्य प्रतीत होने पर खनन एवं भूतत्व विभाग पटना के अपर मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजी गई है।