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किशनगंज : शराब पकड़ने वाला उत्पाद विभाग का ही कर्मी शराब के नशे में धुत, मचाया उत्पात..

स्थानीय लोगों ने उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी को सूचना दिया तो उन्होंने सिविल ड्रेस में एक उत्पाद कर्मी को भेज दिया।जो नशे में धुत क्लर्क को ई-रिक्शा से ले जाने लगा।ई-रिक्शा चालक को इशारे से कहा कि चलो।उत्पाद विभाग का पुलिस पदाधिकारी नशे में धुत क्लर्क को सदर अस्पताल पहुंचाने के बजाय कहीं और लेकर जाकर छिपा दिया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि हमलोगों ने जब नशे में धुत क्लर्क मो. जावेद आलम को उठाने का कोशिश किया तो उसने अभद्र व्यवहार किया।इस दौरान कुछ लोगों ने इस हरकत का वीडियो बना लिया।जब लोगों ने शराब के नशे में धुत क्लर्क का वीडियो बनाने लगा तो उसने मोबाइल छिनने की कोशिश भी की।उत्पाद विभाग का पुलिस पदाधिकारी नशे में धुत क्लर्क को सदर अस्पताल जांच के लिए ले जाने के बजाए कहीं और छिपा दिया।इससे साफ जाहिर होता है कि उत्पाद विभाग मामले को लीपा पोती करना चाहती है।

किशनगज/धर्मेन्द्र सिंह, शराब पकड़ने वाला उत्पाद विभाग का ही कर्मी शराब के नशे में धुत निकला।यह मामला बुधवार को किशनगंज शहर के बिहार बस स्टैंड के समीप एनएच 27 का है जहां उत्पाद विभाग किशनगंज का क्लर्क मो. जावेद आलम ने शराब के नशे में धुत होकर घंटो तक सड़क किनारे पड़ा रहा।वहीं स्थानीय लोगो ने बताया कि जब नशे में धुत उक्त व्यक्ति को उठाने का हमलोगों ने कोशिश किया तो शराब के नशे में धुत क्लर्क जावेद आलम ने हमलोगो के साथ अभद्र व्यवहार किया।इस दौरान कुछ लोगो ने इस हरकत का वीडियो बना लिया।जब लोगो ने शराब के नशे में धुत उत्पाद क्लर्क का वीडियो बनाने लगा तो नशे में धुत क्लर्क जावेद आलम ने मोबाइल छिनने का कोसिस भी किया।जब इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी किशनगंज को दिया तो उन्होंने उत्पाद विभाग के बिना वर्दी के एक उत्पाद कर्मी को भेज दिया।जो नशे में धुत क्लर्क को ई-रिक्सा से ले जाने लगा।इसी बीच उत्पाद विभाग का एएसआई विकास कुमार भी वर्दी में घटना स्थल पर पहुंचा और ई-रिक्सा चालक को इसारे करने लगा कि लेकर चलो।उत्पाद विभाग का पुलिस पदाधिकारी नशे में धुत क्लर्क को सदर अस्पताल जांच के लिए ले जाने के बजाए कहीं और छिपा दिया।इससे साफ जाहिर होता है कि उत्पाद विभाग मामले को लीपा पोती करना चाहती है।येे बिहार मध निषेध और उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा-37(c) और 51 का उल्लंघन है।वहीं बिहार में शराबबंदी का दावा करने वाला सुशासन बाबू के उत्पाद विभाग का उत्पाद कर्मचारी ही शराब के नशे में धुत होकर सड़क पर हंगामा करते नजर आ रहे हैं और ऐसे में बिहार में संपूर्ण शराबबंदी का दावा कैसे सच साबित होगा यह तो तस्वीर ही बता रही है।वही जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इसकी सूचना आपसे मिला है। इसकी जांच करवा कर दोषी पर कार्रवाई किया जाएगा।

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