संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ हिंदी भवन सभागार में बैठक की।।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सात निश्चय पार्ट 2 के तहत हर खेत को पानी योजना का सफल एवं प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ हिंदी भवन सभागार में बैठक की । बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सात निश्चय योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। अतएव सभी अधिकारी पूरी जवाबदेही के साथ सक्रिय एवं तत्पर होकर सरकार द्वारा प्रदत्त दिशा निर्देश के अनुरूप ससमय कार्यों का निष्पादन करे।
बैठक में अवगत कराया गया कि पटना जिला का राज्य स्तर पर इस योजना के तहत छठा स्थान प्राप्त है । सरकारी निर्देश के अनुरूप इस योजना के तहत वर्तमान में ग्रामवार/टोलावार असिंचित जमीन का सर्वे किया जा रहा है। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पटना जिला अंतर्गत 33% सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। अब तक 897 ग्राम/ टोला में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही प्रखंड अंतर्गत ग्राम /टोला में बैठक कर कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया । तदनुसार अब तक 1227 ग्राम टोला में बैठक हो चुकी है।
सर्वेक्षण का कार्य सुचारू रूप से संपन्न करने हेतु इस योजना के तहत संबद्ध विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों को समुचित प्रशिक्षण दिया गया है। जीपीएस तकनीक पर आधारित ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण टीम द्वारा स्थलीय सर्वे का कार्य करना है। उल्लेखनीय है कि सात निश्चय पार्ट 2 के तहत हर खेत को पानी योजना के क्रियान्वयन हेतु जल संसाधन विभाग नोडल विभाग के रूप में तथा अन्य विभाग -लघु सिंचाई, कृषि ,बिजली, पंचायती राज विभाग को सहयोगी के तौर पर जोड़ा गया है। सर्वेक्षण कार्य में उक्त विभागों के एक- एक प्रतिनिधि को शामिल किया गया है तथा संयुक्त रुप से टोलावार/ग्रामवार सर्वे करने की जवाबदेही दी गई है। इसी तरह से जिला एवं प्रखंड स्तर पर भी उक्त 5 विभागों का टीम गठित है जिसके द्वारा लगातार बैठक कर कार्य में प्रगति लाई जा रही है।
सरकारी दिशा निर्देश के अनुरूप 100 दिन में सर्वे का कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 18 जनवरी से इस योजना के तहत असिंचित जमीन के सर्वे का काम शुरू किया गया है।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि नौबतपुर ,मसौढ़ी, धनरूआ फतुहा प्रखंड अंतर्गत सर्वेक्षण के कार्य की प्रगति धीमी है। जिलाधिकारी ने उक्त प्रखंडों के सर्वेक्षण टीम से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया। साथ ही जिलाधिकारी ने आगामी मंगलवार की समीक्षा बैठक में सभी प्रखंडों के सर्वेक्षण टीम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबद्ध रहने का निर्देश दिया गया ताकि सर्वेक्षण के कार्य में प्रगति लाया जा सके। इसके अतिरिक्त सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने अधीनस्थ प्रखंडों के सर्वेक्षण टीम के साथ बैठक करने तथा समीक्षा कर प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी बिक्रम को बैठक से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने तथा कार्य में धीमी प्रगति के लिए उनके 1 दिन का वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया है।
हर खेत में पानी पहुंचाने संबंधी तथ्यों के बारे में अवगत कराते हुए
कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग ने बताया कि खेत में पानी पहुंचाने का तीन पद्धति है-वर्षा जल के रूप में सतही जल, भूगर्भ जल के रूप में ट्यूबवेल, तथा उदवह सिंचाई की पद्धति है। किंतु सर्वाधिक प्राथमिकता वर्षा जल पर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को पूरी जवाबदेही एवं निष्ठा से सक्रिय एवं तत्पर होकर सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी को प्रभावी मॉनिटरिंग करने तथा समीक्षा कर कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में उप विकास आयुक्त श्री रिची पांडे, अपर समाहर्ता आपूर्ति श्री निर्मल कुमार, प्रभारी पदाधिकारी राजस्व श्री अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी श्री राकेश रंजन, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।