पति के शव के साथ तीन दिनों से रह रही थी बृद्ध पत्नी, दुर्गंध आने के बाद लोगों को हुई मामले की जानकारी।।…..

ओम प्रकाश ,रांची :- नामकुम थाना क्षेत्र के लो अर चुटिया स्थित शास्त्री मैदान के समीप किराए के घर में रहने वाली एक बृद्ध महिला पिछले 3 दिनों से अपने पति के शव के साथ रह रही थी। शव से दुर्गंध आने के बाद जब मकान मालिक समेत अन्य लोग कमरे में प्रवेश किए तो पता चला कि वृद्ध की मौत हो चुकी है। मृतक का नाम भगवान शर्मा, 75 वर्ष है और वे हाईटेंशन फैक्ट्री से रिटायर्ड थे। शव से दुर्गंध आने के बाद मकान मालिक कौशल ने उनके बेटे रविंद्र कुमार शर्मा को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही रविंद्र शर्मा लोअर चुटिया स्थित अपने घर से शास्त्री मैदान के समीप उस घर में पहुंचे जहां उनके माता-पिता किराए पर पिछले 9 वर्ष से रह रहे थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक की पत्नी का पारिवारिक टेंशन की वजह से पिछले कुछ दिनों से दिमाग की स्थिति खराब हो गई थी। पति ही घर का सभी काम करते थे। ऐसे में मौत के बाद भी पत्नी को एहसास नहीं हुआ कि उनके पति की मौत हो चुकी है। बुजुर्ग की मौत के बाद दोनों बेटो ने नामकुम स्थित स्वर्णरेखा घाट पर अंतिम संस्कार किया।
पारिवारिक विवाद होने के बाद वर्ष 2011 से किराए के घर में रह रहे थे दंपति, दोनों बेटो का है आलीशान मकान
वर्ष 2011 में पारिवारिक विवाद होने के बाद भगवान शर्मा अपनी पत्नी के साथ अलग होकर किराए के घर में रह रहे थे। बड़ा बेटा रविंद्र कुमार शर्मा और छोटा बेटा मनिंद्र शर्मा खुद का मकान बनाकर रह रहे थे। पिछले 9 वर्षों में दोनों बेटो में से किसी ने मां पिता को अपने साथ ले जाकर रखना उचित नहीं समझा। हालांकि इस दौरान पिता भगवान शर्मा भी अपने दोनों बेटों को किसी प्रकार का कष्ट देना उचित नहीं समझे और खुद को पत्नी के साथ अलग रखा। बड़ा बेटा रविंद्र शर्मा ने बताया कि वे अक्सर माता-पिता से मिलने के लिए शास्त्री मैदान के समीप स्थित किराए के घर में जाया करते थे। हालांकि छोटा बेटा मनिंद्र कभी भी माता-पिता के पास नहीं जाता था। शुक्रवार की सुबह मकान मालिक कौशल ने उन्हें जानकारी दी कि एक दिन पहले उनके पिता की मौत हो चुकी है। इसके बाद वे तुरंत वहां पहुंचे और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में जुट गए।
दंपति के दोनों बेटे है कारोबारी, बीमार माता-पिता को साथ में रखने का नहीं जुटा पाए हिम्मत
दंपति के दोनों बेटे कारोबारी है। बड़ा बेटा रविंद्र कुमार शर्मा का नामकुम के इंडस्ट्रियल एरिया में ग्रिल फैक्ट्री है तो छोटा बेटा मनिंद्र शर्मा का रांची फेब्रिकेशन नामक कंपनी है। दंपति के दोनों बेटे आर्थिक रूप से पूरी तरह से संपन्न है लेकिन इसके बाद भी बीमार वृद्ध माता-पिता को साथ में रखने का किसी ने हिम्मत नहीं जुटा पाया। दोनों बेटों के रवैए से परेशान होकर बुजुर्ग माता-पिता किराए के घर में पिछले 9 वर्षों से रहने को मजबूर थे। इस दौरान ना तो किसी ने उनका खर्च उठाया और ना ही उनके स्वास्थ्य की चिंता की।
बीमारी की वजह से तीन वर्ष पहले काटना पड़ा था एक पैर
मृतक भगवान शर्मा के पैर में 3 वर्ष पहले कोई गंभीर बीमारी हो गई थी जिसके बाद उनके एक पैर को काटना पड़ा था। एक पैर से अपंग होने के बाद भी वह खुद घर का सारा काम करते थे और पत्नी की भी सेवा करते थे। परेशान पत्नी की मानसिक स्थिति थोड़ी ठीक नहीं है, ऐसे में पति भगवान शर्मा को ही घर का पूरा काम करना पड़ता था और पत्नी का भी ख्याल रखना होता था। पिछले 3 दिनों से पत्नी को इस बात की जरा भी आशंका नहीं हुई थी कि उनके पति की मौत हो चुकी है। वह मृत पति के बगल में प्रतिदिन सोती रही लेकिन मौत के बारे में एहसास नहीं हुआ। पिता भगवान शर्मा की मौत के बाद मां बिगन देवी को उनका बड़ा बेटा रविंद्र शर्मा अपने साथ ले गया जहां उन्हें अपने घर में रखा है।
1 मृतक की पत्नी
2 बड़े बेटे का घर