किशनगंज : DM के द्वारा पौआखली मेला ग्राउंड में खुदाई के क्रम में मिले ब्रिटिशकालीन चांदी के 16 सिक्के को संग्रहालय में संग्रहित करवाने हेतु प्रतिनियुक्त प्रतिनिधि को किया सुपुर्द।

बरामदगी में सिक्के 1840, 1862, 1877, 1885 से लेकर 1907 ईसवी के पाए गए।पौआखली थाना में इस संबंध में सन्हा दिनांक 07 अप्रैल 2020 को दर्ज किया गया था।
पौआखाली मेला ग्राउंड में खुदाई के क्रम में मिले ब्रिटिशकालीन चांदी के सिक्के को विधिवत रूप से कला, संस्कृति व युवा विभाग, बिहार पटना को नजदीकी संग्रहालय में संग्रहित करवाने हेतु उनके द्वारा प्रतिनियुक्त प्रतिनिधि को सुपुर्द किया गया।
पौआखली थाना में इस संबंध में सन्हा दिनांक 07 अप्रैल 2020 को दर्ज किया गया था।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा पौआखली थाना क्षेत्र अंतर्गत पौआखाली मेला ग्राउंड में खुदाई के क्रम में मिले ब्रिटिशकालीन चांदी के सिक्के को विधिवत रूप से कला, संस्कृति व युवा विभाग, बिहार पटना को नजदीकी संग्रहालय में संग्रहित करवाने हेतु उनके द्वारा प्रतिनियुक्त प्रतिनिधि को सुपुर्द किया गया।अन्य दस्तावेज लेखन की कार्रवाई वरीय कोषागार पदाधिकारी, आरबी कुमार के द्वारा किया गया।विदित हो कि दिनांक-07.04.2020 को पौआख़ाली मेला मैदान, ठाकुरगंज में नल जल योजना की खुदाई के क्रम में स्थल पर बच्चो के खेलने के दौरान गड्ढे में उक्त प्राचीनकालीन सिक्के के मिलने की सूचना पर 16 सिक्के बरामद किए गए थे।बरामदगी में सिक्के 1840, 1862, 1877, 1885 से लेकर 1907 ईसवी के पाए गए।पौआखली थाना में इस संबंध में सन्हा दिनांक 07 अप्रैल 2020 को दर्ज किया गया था।तत्समय इस मामले पर जिलाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा संज्ञान लेकर बीडीओ, ठाकुरगंज से विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की गई।तदुपरांत आवश्यक प्रक्रिया अपनाते हुए 16 सिक्के जिला कोषागार में तत्काल सुरक्षित रखवाए गए।इसी क्रम में कला, संस्कृति व युवा विभाग, बिहार पटना से उक्त ऐतिहासिक पुरावशेष सामग्री को संग्रहालय में तत्काल सुरक्षित व संरक्षित करवाने का अनुरोध किया गया था।तत्पश्चात, निदेशक, पुरातत्व, बिहार के द्वारा विभागीय प्रतिनिधि को भेजकर इसे प्राप्त करवाया गया।डॉ हर्ष रंजन कुमार, वरीय तकनीकी सहायक, पुरातत्व निदेशालय के द्वारा विधिवत प्रक्रिया अपनाते हुए जिला कोषागार से जिला कोषागार पदाधिकारी, राम बालक कुमार के द्वारा 16 सिक्के भागलपुर संग्रहालय में संग्रहित करवाने के निमित प्राप्त किए गए।