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अपराधी माफिया दलाल भ्रष्ट पुलिस पर डीजीपी बनते कहर बन कर टूट पड़े श्री पाण्डे…

बिहार पुलिस अब पब्लिक कि पहली पसंद बनेगी।घृणा का पात्र नहीँ, प्रेम और स्नेह का पात्र होगी पुलिस।पुलिस पब्लिक मॆ होगे गहरी तालमेल, मिटेगी दूरी।हर थानों के अलावे उच्च अधिकारीयों के कार्यालय और आवास के अलावे महत्वपूर्ण जगह पर लगेगी शिकायत और जानकारी पेटी।खुद थानो पर कर रहे हैं रेड।मुजफ्फरपुर के कई थानो का किए एसएसपी श्री मनोज के साथ रेड।एसएसपी श्री मनोज का कार्य मिला योग्य और सराहनीय।डीजीपी हैं कड़क और तत्पर।वैशाली आरा समेत कई जिलो के कई थानाध्यक्ष पर गड़बड़ी मेँ पकड़े जाने पर कारवाई शुरू।कानून का राज स्थापित किए जाने मेँ डीजीपी रात दिन मेहनत कर रहे हैं।पटना बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को डीजीपी बनते ही अपराध का ग्राफ गिर गया हैं।श्री पाण्डे माफिया और गुंडो पर कड़ा कारवाई किए जाने मेँ मसहूर माने जाते हैं।श्री पाण्डे को लोकप्रिय पुलिस अधिकारी माना जाता हैं।लोकसभा चुनाव मेँ कई कारगर योजना हुआ हैं तैयार।श्री पाण्डे निर्भीक निष्पक्ष चुनाव कराने मेँ सफल सजग रहे हैं।जब मतदान केन्द्र लूट लिए जाते थे और मतदान को दबंग मत नही देने देते थे उस समय श्री पाण्डे चुनाव आयोग के अधिकारी केoजेo राव के समय शांति पूर्ण सफल निष्पक्ष मतदान कड़ा कर मिशाल कायम किए।अब पुनः श्री पाण्डे को डीजीपी का कमान मिलते ही लोकसभा का चुनाव हैं।इसे निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने मेँ श्री पाण्डे तत्परता से लगे प्रतीत होते हैं।बिहार के तमाम जिलो मेँ युद्ध स्तर और पुलिस कारवाई मेँ लग गयी हैं।श्री पाण्डे खुद तमाम जिलो का दौड़ा कर तमाम प्रबंध की जाँच कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं।चुनाव आयोग का तमाम नियम बिहार मेँ सफल होता दिख रहा हैं ।बिहार मेँ कई तेज तर्रार डीजीपी हुए जिसमे श्री पीके ठाकुर का नाम काफी लोकप्रिय हुआ, पिछला लोकसभा उन्ही के कार्यकाल मेँ सफल हुआ।श्री पाण्डे कई जिलो मेँ एसपी, डीआईजी, आईजी रह चुके हैं।श्री पाण्डे को लोकप्रियता काफी हासिल हैं।नक्सलवादी और आतंकवाद पर और गुंडा राज माफिया राज पर इनका काफी कड़ा कारवाई होता आया हैं।बिहार के बिगड़े कानून व्यवस्था के दौड़ मेँ और दंगा के जटील समय मेँ श्री पाण्डे ने बिहार की जानता को बड़े बड़े घटनाओ से कई बार बचाया हैं।अपराध कंट्रोल करने मेँ और माफिया राज खात्मा के लिए श्री पाण्डे को महारथ हासिल हैं।लंबे समय से निगरानी विभाग निष्क्रिय हो गया था जो श्री पाण्डे के आते सक्रिय होता दिख रहा हैं।पुलिस की करवाई भी काफी तेज हुुआ।पब्लिक खुल कर गुप्त या नाम से जानकारी उपलब्ध कराये पुलिस ईमानदारी से निपटायेगी हर शिकायत, हर जानकारी पर होगी करवाई।जी हाँ अब पहले वाली बात नहीँ है।बिहार मॆ डीजी प डीoएनo गौतम के बाद, आशिष रंजन ने लचर पचर कार्यप्रणाली से सुधार कि।करवाई मॆ तेजी लाये तो नीलमणि के बाद, अभयानंद ने स्पिडि ट्रायल शुरु किया और डंडे की मार कम कर कलम और कैमरे कि मार आरम्भ किये जो काफी सफल हुये।कैमरे कि नजर सबूत जुटाने मॆ लगाये गये क्योंकि गवाही से कतराने पर सबूत कि कमी से करवाई प्रभावित होता था, जो मजबुत कार्यप्रणाली शुरु हुये जो आज भी दमदार है कितने वायरल वीडियो फोटो पर करे और बड़े करवाई हुये है।अभयानंदफिर पीके ठाकुर कि जब बारी आयी तो उन्होने तो काफी करवाई किये उनकी।करवाई पब्लिक को खूब भाया और उन्होने हेल्प लाइन के कई नम्बर जारी कर पीड़ितों के लिये जीवन दान दिया जो आज काफी मददगार साबित हो रहा है।ईमानदारी का सबक श्री ठाकुर ने पुलिस को खुद तत्परता से दिये जो सरकार और जनता के लिये कल्याणकारी हुये।कई भ्रष्टों का बोरिया बिस्तर समेत गये, ईमानदारी और पारदर्शिता थानों पर आने लगे दलाल पलायन करने लगे।शराबबंदी की बड़ी जिम्मेवारी इन्होने निभाया, हर जनता के दिलो पर राज कर अपना मिसाल कायम किये, इनके बाद अब श्री कृष्ण स्वरूप द्रीवेदी डीजीपी हुए।अब श्री पाण्डे बिहार के पुलिस मुखिया है।अपहरण उधोगपतियों को खदेड़ा है।इस उधोग मॆ लगे रहने वालों कॊ दबोच कर सलाखों तक पहुचाया है।शराब माफिया पनाह माँग रहे है।सड़क छाप गुंडे भाग खड़े हुये है।पियकड़ दुबकना शुरु किये है।सुशासन का हनक के साथ कानून का हनक दिखने लागा है।रिश्वतखोरी वाले थानाध्यक्ष को किनारा किया गया है।ईमानदार और कड़क जांबाज़ एसपी और एसएसपी कॊ कमान सौंपा गया है।भ्रष्ट डीएसपी पर गाज गिरी है।तबादला हुये है।अन्य जोनल तबादला का करवाई होना फिर बताया गया है।जिला स्तर पर करवाई के लिए एसपी और एसएसपी स्वतंत्रता है।किसी की हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीँ है।थानों मॆ प्राथमिकी दर्ज होने लगे है।लूट, छिनतीई, डाका, चोरी की घटना नगण्य हुये है।हत्या और बलात्कार पर पुलिस का करवाई मिसाल कायम किया है।रंगदारी का करोबार बंद हुये है।सड़कों पर आवागमन सुचारु हुये है।उपद्रव करनेवाले सड़कों कॊ जाम करने वालों पर करवाई तेज हुये है।थानों की खरीद बिक्री बंद हुये है।ईमानदारी का सबक थानों के पुलिस कर्मी कॊ दिया जा रहा है।पहले तो खुद डीजीपी फिर जोनल आईंंजी और डीआईजी गाँव गाँव बिन्दुवार समीक्षा कर तमाम दर्ज प्राथमिकी कि जाँच कर करवाई की जाँच कर रहे है।वही अपराध, भ्रष्टाचार, माफिया, दलाल पर करवाई तेज किये गये है।अनुसंधान मॆ रिश्वतखोरी बंद कर ईमानदारी लाया गया है।गुप्त सूचना और सूचना तंत्र मजबुत किया जा रहा है।पुलिस आम इंसान का मित्र और गुंडा माफियाओं, दलाल, अपराधी कि शत्रु है,यह साबित करने मॆ बिहार के हर थानों पर डीजीपी की सीधी नजर है।हर थानों कि सुधार का अथक प्रयास जारी है।पारदर्शिता के लिये सीसीटीवी कैमरा तक थानों को मिलने वाले है।कई आवश्यक बिंदु पर करवाई जारी है बिहार कॊ भयमुक्त, अपराधमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बनाने मॆ प्रत्येक जिले के एसपी, एसएसपी और जोन के आईजी डीआईजी लगे हुये है।जिन थानों के थानाध्यक्ष या पुलिस कर्मी या चालक, चौकीदार की शिकायत प्राप्त हो रहे है या उनकी कर्तव्य मॆ लापरवाही है या रिश्वतखोरी है तो उनकी उनको उनके योग्य जगह उपलब्ध कराया जा रहा है।अधिक समय तक जमे पुलिसकर्मी का जोनल तबादला भी कर सुधार कि करवाई किया जा रहा है।वही शपथ सप्ताह की करवाई किया जा रहा है ताकि पुलिस अपनी ईमानदारी को याद रखे और कर्तव्य का पालन करे।हर हाल मॆ पुलिस की छवि साफ सुथरा बनाया जा रहा है।दागी पुलिसकर्मी कॊ महत्वपूर्ण पद से मुक्त किया जा रहा है।भ्रष्टों को निगरानी कि टीम और आर्थिक अपराध इकाई की टीम द्वारा दबोचा जा रहा है।पुर्व के भ्रष्ट और लापरवाही बरतने वाले पुलिस को पद मुक्त कि करवाई की जा रही है।

श्री पांडे को डीजीपी बनते ही मुजफ्फरपुर, एसएसपी मनोज कुमार, किशनगंज पुलिस कप्तान कुमार आशीष, मोतिहारी पुलिस कप्तान उपेंद्र शर्मा, समस्तीपुर पुलिस कप्तान हरप्रीत कौर, दरभंगा एसएसपी बाबूराम, पटना एसएसपी गरिमा मल्लिक, बैशाली पुलिस कप्तान मानवजीत सिंह ढिल्लो, पूर्णिया पुलिस कप्तान विशाल शर्मा, सारण पुलिस कप्तान हरकिशोर राय,  एसटीएफ पुलिस कप्तान रंजीत मिश्रा समेत गोपालगंज, बेतिया, बांका, पटना ग्रामीण पुलिस कप्तान संजय कुमार, मुजफ्फरपुर रेल पुलिस कप्तान, रेल थानाध्यक्ष अखेलाल प्रसाद, मोतीपुर थानाध्यक्ष अनिल कुमार, किशनगंज थानाध्यक्ष मनीष कुमार एवं अन्य कई थाना के थानाध्यक्ष समेत के कार्य सराहनीय और कुशल पाया जा रहा है कि चर्चा है।जिससे आम जनता में शांति और सुरक्षा का माहौल है।इन जिलाओ में बेहतर प्रदर्शन को लेकर बिहार के डीजीपी गुप्तेस्वर पांडे ने हाल ही में बिहार पुलिस साप्ताहिक दिवस पर मुजफ्फरपुर, किशनगंज, मोतिहारी, समेत कई एसएसपी एवं कई एसपी को पुरस्कृत किया गया है।जो काफी सराहनीय है।

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