सहारा इंडिया परिवार की रीढ़ की हड्डी होते हैं प्रमोटर- ब्रांच मैनेजर।

नवेन्दु मिश्रा:-पलामू जिले के सतबरवा फ्रेंचाइजी के ब्रांच मैनेजर श्री नीरज प्रसाद ने अपने कार्यालय में सभी प्रमोटर और इससे ऊपर के पद पर कार्य कर रहे सहारा इंडिया परिवार के सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण सह पुष्पांजलि अर्पित कर ,वंदे मातरम के गायन के पश्चात किया गया ।तत्पश्चात सतबरवा फ्रेंचाइजी में काम कर रहे सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के क्रम में ब्रांच मैनेजर श्री नीरज प्रसाद जी ने कहा कि आप किसी साधारण संस्था के कार्यकर्ता नहीं हैं। एकल संस्था में अपने सभी कार्यकर्ताओं को परिवार समझने वाला यह पहला संस्था है ।इस संस्था से सभी का जुड़ाव ना केवल कार्यकर्ता के रूप में होता है, बल्कि सभी का जुड़ाव आत्मीय होता है। इस संस्था ने हमारे जीवन की तस्वीर और तकदीर बदल कर रख दी ।इसमें निरंतर कार्य करने के फलस्वरुप ही समझ में आता है कि हमने अपनी उर्जा कहां खपत की और उस उर्जा का परिणाम कितना सुखद है। मेरे मित्रों कभी भी सहारा इंडिया परिवार ने किसी का भी रुपया पैसा बढ़ाने का ही काम किया है ,वह व्यक्ति चाहे कार्यकर्ता हो या जमाकर्ता। इससे एक बार जुड़ जाते हैं तो फिर छोड़ने का नाम ही नहीं लेते हैं। क्योंकि उन्हें निरंतर दिन- दोगुना, रात – चौगुना जैसी बहुत सी चीजें फायदे के रूप में प्राप्त होती हैं। हम सभी उस संस्था के कार्यकर्ता हैं जो हमें कई तरह की सुविधाएं प्रधान करता है जैसे पर्व त्यौहार के दौरान एडवांस कमीशन,तरह-तरह के पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र इत्यादि। तरह-तरह की समस्याएं नित्य आती गई और उन सभी से पार पाने में इस परिवार ने सफलता प्राप्त की है। एक आंकड़े के अनुसार देश की आजादी से अब तक लगभग 40 से 50 हजार संस्थाएं आईं और चली गयीं। जबकि सहारा इंडिया परिवार विगत 43 वर्षों से निर्बाध रूप से काम करता आ रहा है ।हम सभी सीनियर कार्यकर्ताओं को अपने जूनियर कार्यकर्ताओं के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए ,क्योंकि जब हम स्वयं काम करेंगे तभी अपने से कनिष्ठ कार्यकर्ताओं को कार्य करने के लिए कह सकते हैं। इसमें उन्हीं का लाभ है और किसी भी सीनियर कार्यकर्ता का यह कर्तव्य बनता है कि अपने जूनियर कार्यकर्ताओं के सभी समस्याओं का जो सहारा इंडिया परिवार से संबंधित है समाधान करें ,अर्थात सीनियर कार्यकर्ता अपने जूनियर कार्यकर्ताओं को स्पष्ट शब्दों में कहें ” मैं हूं ना “अर्थात जब हम हैं तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उनकी बड़ी से बड़ी और छोटी से छोटी समस्याओं का समाधान करना हर एक सीनियर कार्यकर्ता का प्रथम कर्तव्य है। उन्होंने कई तरह के पुरस्कारों की जानकारी भी अपने सभी कार्यकर्ताओं को दी जिसका सीधा लाभ कार्यकर्ताओं को मिलता है। यह संस्था वट वृक्ष के समान बहुत ही विशाल और अनंत सुखदाई है। इसकी छाया में जो भी आते हैं, कुछ न कुछ अच्छा ही पाते हैं ।सभा को संबोधित करने वाले में सीनियर कार्यकर्ता श्याम जी ने कहा कि आज हमारी जो आर्थिक स्टेटस है, वह केवल और केवल सहारा इंडिया परिवार की वजह से है। वहीं सीनियर कार्यकर्ता सत्यनारायण जी ने कहा की मैं अपने क्षेत्र से बाहर भी किसी भी कार्यकर्ता के ऑफिस में बुलाने पर जरूर जाता हूं ,ताकि जूनियर कार्यकर्ताओं का मनोबल बना रहे। एक और सीनियर कार्यकर्ता शिवनाथ जी ने कहा कि हम सभी ने विकट से विकट परिस्थिति का सामना करके इस संस्था को इतनी अच्छी स्थिति में पहुंचाया है। जिसका लाभ हम सभी को और साथ ही साथ जमाकर्ताओं को भी बहुत ही मिला है। इस कार्यकर्ता मिलन सह सम्मान समारोह में बबलू जी, गोविंदा जी, अमरदीप जी, ऑफिस के सभी स्टाफ, सचिन जी, बबलू गुप्ता जी, नकीब जावेद, समीम अंसारी, तबारक जी, सूरज जी, पाठक जी, सुनीता देवी अमीषा कुमारी समेत सभी वरिष्ठ कनिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान के फलस्वरुप की गई तत्पश्चात श्री सुभाष जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।