पटना में नियम कानून को ताक पर रख के चला रहे हैं होटल रेस्टोरेंट एवं हॉस्टल…

पटना बिहार की राजधानी एशिया फेम कॉलोनी कंकड़बाग ही नहीं बल्कि पूरे पटना में हजारों की संख्या में होटल रेस्टोरेंट और हॉस्टल चलाए जा रहे हैं।जिनका ना तो लेबर लाइसेंस ना तो फूड लाइसेंस ना ही कोई निबंधन है। पूछने पर बताया जाता है, कि यहां सब विभाग से मैनेज है।बताते चलें की मिठाई का रख रखाव सही नहीं है।कई ऐसे ऐसे होटलों को देखा गया कई ऐसे ही मिठाई दुकान को देखा गया कि गंदगी का भंडार भरा हुआ है।और उसमें मिठाई दुकान चल रही है।इसका ध्यान ना तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अधिकारी की ओर ध्यान नहीं जाता है।इनके लापरवाही से ही सरकार का राजस्व चुना लगाया जा रहा है।एक तरफ सरकार स्वच्छता कि दावे करता है, दूसरी ओर इन गंदगी से भरा मिठाई खाने से बीमारी का फैलाव हो रहा है।सरकार के अधिकारी कर्मचारी के काम में जूं तक नहीं रेंग ते हैं।खाना बनाने में व्यवसायिक रूप में कमर्शियल सिलेंडर का ही प्रयोग करना है।परंतु इन होटलों और रेस्टोरेंट में निजी सिलेंडर से खाना बनाने का काम किया जा रहा है।आए दिन समाचार और खबर आता है की गंदी चीजों को खाने से बीमारी फैल रहा है।आग से बचने के लिए इन रेस्टोरेंट होटलों में और हॉस्टल में सीजफायर की व्यवस्था भी नहीं है।इन तमाम चीजों को नहीं होने के बावजूद भी आराम से धंधा चल रहा है क्या यह सही है।यदि नहीं है, तो करवाई क्यों नहीं हो रही है ? कहीं-कहीं नगर निगम की जमीन पर ही छोटी-छोटी दुकान होटल खोल रखे हैं।
रिपोर्ट-रंजीत कुमार सिन्हा/रीता सिंह