नारकीय जीवन जीने को मजबूर है , तीनघरवा टोला के ग्रमीण ग्रामीणों का कहना है।रोड़ नही तो वोट नही।।……..

गडहनी गुड्डू कुमार सिंह(भोजपुर)। गड़हनी.जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर एक ऐसा गाँव हैं जहाँ विकास की किरण आज भी नहीं पहुँच पाई है।विकास से कोषों दूर गड़हनी प्रखंड़ के गड़हनी पंचायत अंतर्गत वार्ड एक मे स्थित तीन घरवा टोला आज भी अपनी किस्मत का रोना रो रहा है।यहाँ पहुँचने के लिए न तो सड़क है न ही रास्ते मे पड़ने वाले नदी पर पुल या पुलिया।बरसात के मौसम में नदी को पार करना खतरे से खाली नहीं होता है।युवा समाजिक कार्यकर्ता अविनाश राव ने पत्र लिखकर शासन प्रशासन से नदी पार करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की गुहार लगाया है।अविनाश राव ने पत्र के माध्यम से प्रखंड़ विकास पदाधिकारी गड़हनी, जिलाधिकारी भोजपुर सहित सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री बिहार को इसकी जानकारी दिया है।बता दें गड़हनी मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित तीन घरवा टोला तक बरसात के दिनों में पहुचना लोहे के चने चबाने जैसा है।यहाँ के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।सड़क व पुलिया निर्माण के लिए कई दशक से कोशिस कर रहे हैं लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा सांत्वना के आलावे कुछ नहीं मिलता।पूर्व बीडीसी प्रत्याशी अविनाश राव ने बताया कि पिछले बरसात में महीनों आवागमन बाधित रहा लेकिन कोई सुध लेने तक नहीं पहुचना जबकि दूरभाष से जिलाधिकारी को भी सूचना देकर नाव की मांग किये थे।इस लिए इस बार पत्र लिखकर इसकी सूचना दे रहा हूँ ताकि ससमय नदी पार करने के लिए नाव या कोई वैकल्पिक व्यवस्था सरकार कराए।अब देखना यह होगा,कि क्या जिलाधिकारी भोजपुर इस बार कोई व्यवस्था करा पाते हैं या ग्रामीणों को भगवान भरोसे छोड़ देते है।