कानकी बांस झाड़ियों में खेलने गए बच्चों को मिले महादेव…


किशनगंज से 15 किलोमीटर दूरी पर पश्चिम बंगाल कानकी बसंतपुर केरिया मार्केट,कानकी रेलवे गुमटी के पीछे दिनांक 28.11.2018 सुबह 11:30 बजे कुछ बच्चा बांस झाड़ी में खेलने गया था।उसी वक्त बच्चे लोगो को एक साधु बाबा बांस झाड़ियों में नजर आए बच्चे लोग साधु बाबा को देखते ही डर गया और वहां से भाग खड़ा हुआ और अपने घर वालों को जाकर सारी घटनाएं बताएं।ग्रामीण को बच्चे लोगों ने बताया कि एक साधु बाबा गले में नाग त्रिशूल डमरू लिए अपना आधा शरीर बांस झाड़ी में निकाल कर दिखाई दे रहे हैं बच्चे का उम्र तकरीबन 11 साल था।जब ग्रामीणों द्वारा वहां जाकरदेखा तो साधु बाबा वहां नहीं है और वहां साधु बाबा के स्थान पर एक छवि चित्र बना हुआ है।वहीं जमीन मालिक पिंटू विश्वास ने बताया कि दिनांक 28.11.2018 को तकरीबन 11:30 बजे कुछ बच्चे लोग बांस झाड़ियों में खेलने के लिए गए हुए थे उसी वक्त एक साधु बाबा बच्चे लोग को नजर आए जिस कारण बच्चे लोग वहां से भाग भाग कर हम लोगों को आकर बताया हम लोग वहां जाकर देखें तो वहां साधु बाबा
नहीं थे और वहां बांस झारी में जिस जगह पर साधु बाबा नजर आएं ठीक उसी जगह पर बांस झाड़ियों के बीचो-बीच एक दिव्य चित्र बना हुआ था।ग्रामीणों ने बताया कि इसे हम लोग भगवान शंकर का रूप मान रहे हैं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यहाँ लोग मन्नत भी मांगा और मन्नत भी पूरा हो गया।जिसका मन्नते पूरा हुआ वह खिचड़ी का भोग प्रसाद भी दे रहा है।और ग्रामीणों में बांस झाड़ियो में बना चित्र को फूल माला सिंदूर अगरबत्ती जलाकर पूजा अर्चना करने लगे।
ग्रामीणों में ये आस्था देखने को मिला।जिसमें साधन सन्यासी, नरेश पासवान, अनंत मंडल, राजन कुमार, प्रेम कुमार, ललित मंडल, बच्चू सरकार, महेश कुमार, राहुल पासवान, नैन दास, शिवनाथ हालदार, उदय कुमार सिंह, तपन सरकार आदि उपस्थित थे।