औरंगाबाद : ज्वेलरी लूटकांड का किया उद्भेदन जांबाज पुलिस ऑफिसर वेंकटेश्वर ओझा ने…

औरंगाबाद दिनांक 19/02/18 को नगर थाना अंतर्गत न्यू काजी मुहल्ला स्थित दिलीप वर्मा के ज्वेलरी दुकान से पांच अज्ञात अपराधियों द्वारा सोने चांदी के जेवरात लगभग 30 लाख रुपये की और नगद 1 लाख 50 हजार की लूट पाट की गई थीं इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या-376/18 दिनांक-19/12/18 धारा 395 भाoदoवीo विरुद्ध 5 अज्ञात अपराधियों के खिलाफ दर्ज किया गया था।अनुसंधान के क्रम में
अनुमंडल पुलिस अधिकारी सदर औरंगाबाद के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया।इस केस के आईओ वेंकटेश्वर ओझा ने वैज्ञानिक पध्दति से कांड का अनुसंधान करते हुए दो अपराधकर्मी पुरान गिरी और बालकिशन गिरी को लुटे गए कुछ सोना के आभूषणो के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेजा गया था।घटना में संलिप्त अन्य अपराधियों की पहचान की गई थी जिनके गिरफ्तारी हेतु उनके सम्बंधित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही थी।इसी क्रम में एक
टीम वेंकटेश्वर ओझा नगर थाना औरंगाबाद के द्वारा रांची में खेलगांव क्षेत्र से रूपेश विशवकर्मा नामक अपराधी को वेंकटेश्वर ओझा ने पकड़ा जिसके पास से इस कांड में लुटा गया सोना उसके घर से एक कार्रवाइन, दो मैगजीन, लोडेड तीन देशी कटा, सोना का ज़ेवरात और कुछ नगदी रुपया वेंकटेश्वर ओझा ने बरामद किया।पूछताछ के द्वारान रूपेश ने बताया कि लुटे हुए सोना में से कुछ सोने को बेच कर हमलोगों ने एक न्यू स्कोर्पियो
खरीदा है जिसका पूजा कल रजरप्पा मंदिर में होगा पूछताछ के द्वारान ही रूपेश ने बताया कि रांची के लालपुर चौक के पास हम सभी मिलते है और लूट की योजना बनाते है।वेंकटेश्वर ओझा ने रजरप्पा मंदिर के पास सिविल ड्रेश में होकर अपराधियो के आने का इंतजार करने लगे रूपेश के बताए समय अनुसार पांच अपराधी स्कोर्पियो गाड़ी लेकर रजरप्पा मंदिर आए।वेंकटेश्वर ओझा ने अपने जान पर खेलते हुए सभी अपराधियों को पकड़ा और स्कोर्पियो गाड़ी को भी जप्त कर लिया उन अपराधियों के पास से तीन 9 MM का पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस, एक स्कोपियो गाड़ी, कुल 6 लाख 92 हजार 500 रुपया, कुल 875 ग्राम सोने का ज़ेवरात वेंकटेश्वर ओझा ने अपनी जबाजी दिखाते हुए पकड़ा।पकड़े गए अपराधियों में अशोक यादव, जिला पलामू, धीरज मिश्रा उर्फ बाबा, जिला बक्सर, राकेश गिरी जिला औरंगाबाद, राहुल यादव जिला औरंगाबाद, सौरभ कुमार जिला पलामू, इंद्रजीत गिरी जिला औरंगाबाद, गिरफ्तार अपराधियों द्वारा द्वारा नगर थाना क्षेत्र से सोना लूट कांड में अपनी अपनी सलिप्ता स्वीकार किया है।इन
सभी के विरुद्ध काफी आपराधिक इतिहास है।ये सभी अंतर प्रातीय लुटेरा है इन सभी अपराधियों को इस केस के आईओ वेंकटेश्वर ओझा ने लगभग 10 दिन झारखण्ड के रांची में रहकर अपने जान की बिना प्रवाह किए हुए जान पर खेलते हुए कांड की तारीख से लगभग 30 दिनों के अंदर सभी अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए लुटे गए सोने और नगदी रुपया को जप्त किया।वेंकटेश्वर ओझा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरा के फुटेज
के आधार पर मैने सभी अपराधकर्मियों को पकड़ा।इस घटना के घटने के बाद पूरा औरंगाबाद शहर के जेवलरी दुकान वाले डरे हुए थे लेकिन वेंकटेश्वर ओझा ने अपनी बुद्धिबल का प्रयोग करते हुए अपनी जान की बिना परवाह करते हुए औरंगाबाद से झारखण्ड के रांची में जाकर सभी अपराधियों को अपने जान पर खेल कर पकड़ा और महज एक महीने के अंदर ही इस सोना लूट कांड का निष्पादन कर दिया।जिसके लिए उस समय के औरंगाबाद पुलिस कप्तान डॉ सत्यप्रकाश ने वेंकटेश्वर ओझा को
प्रशस्ति पत्र और नगद एक हजार रुपया देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।इस लूट कांड के उद्भेदन में वेंकटेश्वर ओझा का कार्य सराहनीये रहा वेंकटेश्वर ओझा ने साबित कर दिया कि अगर पुलिस चाह जाए तो कोई भी अपराधी अपराध कर के कोई भी कोने में छुप जाए बच नही सकता।वेंकटेश्वर ओझा अभी वर्तमान में गोह थाना अध्यक्ष है।गोह थाना अध्यक्ष का कार्य भाल संभाले के बाद से ही गोह थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था काबिज है।ऐसे ही जाबाज पुलिस ऑफिसर है वेंकटेश्वर ओझा।लूट कांड का सिर्फ उद्भेदन ही नही बल्कि पूरे औरंगाबाद पुलिस का नाम रौशन किया।वेंकटेश्वर ओझा ने बताया कि कोई भी अपराधी अपराध कर के बच नही सकता है।
रिपोर्ट-औरंगाबाद संवाददाता