आयुक्त की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की प्रमंडल-स्तरीय मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई…

उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास करने का आयुक्त ने दिया निदेश
अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता एवं चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करेंः आयुक्त
कोविड-जनित परिस्थिति से बाहर आकर लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करने के लिए तत्पर रहने का आयुक्त ने दिया निदेश
त्रिलोकी नाथ प्रसाद : आयुक्त, पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि ने कहा है कि सुदृढ़, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। वे आज अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की प्रमंडल-स्तरीय मासिक समीक्षात्मक बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इसमें प्रमंडल अन्तर्गत छः जिलों-पटना, नालन्दा, भोजपुर, बक्सर, रोहतास एवं कैमूर- के जिला पदाधिकारी, सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि जरूरतमंदों के इलाज के प्रति सभी को संवेदनशीलता प्रदर्शित करनी पड़ेगी। उन्होंने नागरिकों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रयास करने का निदेश दिया।
इस बैठक में आयुक्त श्री रवि ने प्रमंडलान्तर्गत स्वास्थ्य क्षेत्र की 10 मुख्य बिन्दुओं पर समीक्षा की तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया। क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएँ, पटना प्रमंडल द्वारा पावर प्वायन्ट प्रिजेन्टेशन के माध्यम से सभी जिलों का समेकित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। अस्पतालों का निरीक्षण, मातृत्व स्वास्थ्य- संस्थागत प्रसव, सी-सेक्शन (शल्य प्रसव), परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, ऑक्सीजन प्लांट अधिष्ठापन, ब्लड बैंक एवं ब्लड भंडारण इकाई का संचालन, शल्य चिकित्सा, ओपीडी एवं आईपीडी संचालन तथा कोविड टीकाकरण सहित सभी बिन्दुओं पर आयुक्त श्री रवि ने विस्तृत समीक्षा की तथा आवश्यक निदेश दिया।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि सभी पदाधिकारियों को कोविड दौर से बाहर आकर नियमित कार्य तत्परता से करने की आवश्यकता है। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य उप केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, रेफरल अस्पतालों, अनुमंडल अस्पतालों तथा जिला अस्पतालों सहित सुपरस्पेशलिटि अस्पतालों का नियमित तौर पर निरीक्षण करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप केन्द्र दूरस्थ क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सेवा प्रदान करता है। पंचायतों के भ्रमण के दौरान अधिकारी स्वास्थ्य केन्द्रों का भी निरीक्षण करें ताकि यहाँ जनसामान्य के लिए सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित रहे।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि मातृत्व स्वास्थ्य का समुचित देख-भाल स्वास्थ्य विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। संस्थागत प्रसव, प्रसवपूर्व देखभाल (एंटी नेटल केयर, एएनसी) एवं सीजेरियन डिलिवरी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मई 2022 में प्रमंडल अंतर्गत संस्थागत प्रसवों की संख्या 16,367 है, जिसमें पटना जिला में 5,160, रोहतास जिला में 3,370, नालन्दा जिला में 2,388, भोजपुर जिला में 2,367, बक्सर जिला में 1,175, एवं कैमूर जिला में 1,907 है। मई, 2022 में जिले में 4 एएनसी की संख्या 28,935 है जिसमें पटना जिला में 7,651, रोहतास में 7,613, नालन्दा में 5,109, कैमूर में 3,277, बक्सर में 3,164 तथा भेजपुर में 2,121 है। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि प्राप्त करने के लिए सतत प्रयासरत रहना होगा। उन्होंने 4 एएनसी के विरूद्ध शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव की उपलब्धि हासिल करने का निदेश दिया। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि संस्थागत प्रसव राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा का एक महत्वूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव में लक्ष्य-उपलब्धि के अनुसार कैमूर, रोहतास एवं पटना ने अच्छा काम किया है। उन्होंने बक्सर, नालन्दा एवं भोजपुर जिला के जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को संस्थागत प्रसव पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया। आयुक्त श्री रवि ने आशा एवं एएनएम के कार्यों की समीक्षा कर संस्थागत प्रसव में लगातार खराब प्रदर्शन करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करने का निदेश दिया।
मई, 2022 में सी-सेक्शन में प्रमंडल अंतर्गत उपलब्धि 1,743 है। भोजपुर, पटना एवं नालन्दा द्वारा अच्छा प्रदर्शन किया गया है। आयुक्त श्री रवि द्वारा बक्सर को विशेष ध्यान देने का निदेश दिया गया। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत सी-सेक्शन का कवरेज बढ़ाने को कहा।
आयुक्त श्री रवि ने परिवार नियोजन कार्यक्रम में प्रगति की समीक्षा की। प्रमंडल अंतर्गत मई, 2022 में महिला बंध्याकरण की उपलब्धि 2,088 है जबकि पुरूष नसबंदी में उपलब्धि 31 है। पुरूष नसबंदी के मामले में रोहतास द्वारा अच्छा काम किया जा रहा है। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि बाकी जिलों को भी लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहने को कहा। उन्होंने इसके लिए पुरूषों का प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
आयुक्त श्री रवि ने नियमित टीकाकरण की समीक्षा की। मई, 2022 में प्रमंडलान्तर्गत बीसीजी उपलब्धि 28,381 है। यह उपलब्धि हेपेटाइटिस-बी0 में 13,122, पेंटावैलेंट-1 में 35,212, पेंटावैलेंट-3 में 37,293 तथा एमआर (खसरा-रूबेला) में 33,591 है। पूर्ण टीकाकरण में कैमूर, पटना एवं रोहतास ने अच्छा काम किया है। मई, 2022 में लक्ष्य के बिरूद्ध इनकी उपलब्धि क्रमशः 89 प्रतिशत, 88 प्रतिशत एवं 88 प्रतिशत है। आयुक्त श्री रवि ने बक्सर एवं भोजपुर के जिलाधिकारी को इस पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया। उन्होंने लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने को निदेश दिया। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य का उचित देखभाल आवश्यक है। टीकाकरण ससमय होना चाहिए।
आयुक्त श्री रवि द्वारा प्रमंडलान्तर्गत जिला अस्पतालों एवं अनुमंडल अस्पतालों एवं अन्य केन्द्रों पर ऑक्सीजन प्लांट अधिष्ठापन की समीक्षा की गई। भोजपुर में जिला अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल जगदीशपुर में ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है। बक्सर में जिला अस्पताल में तथा डुमराव अनुमंडल अस्पताल में, कैमूर में जिला अस्पताल में, अनुमंडल अस्पताल में तथा रामगढ़ में, नालन्दा में जिला अस्पताल में तथा हिलसा एवं राजगीर अनुमंडल अस्पतालों में, पटना में मसौढ़ी एवं बाढ़ अनुमंडल अस्पतालों में तथा रोहतास में सदर अस्पताल एवं डेहरी तथा बिक्रमगंज अनुमंडल अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट सक्रिय है। आयुक्त श्री रवि ने सभी डीएम को शेष स्वीकृत जगहों पर भी इसके अधिष्ठापन प्रक्रिया का अनुश्रवण करने का निदेश दिया। उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट का समुचित रख-रखाव पर भी विशेष ध्यान देने को कहा।
आयुक्त श्री रवि ने ब्लड भंडारण इकाई का 30 जून, 2022 तक नवीनीकरण प्रक्रिया पूर्ण कर लेने का निदेश दिया।
आयुक्त श्री रवि ने अस्पतालों में ओपीडी एवं आईपीडी के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने प्रति डॉक्टर प्रतिदिन तथा प्रति महीना ओपीडी की संख्या का अवलोकन किया। उन्होंने ओपीडी एवं आईपीडी का विधिवत संचालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने अस्पतालों में दवा की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने को कहा। आयुक्त श्री रवि ने अस्पतालों में चिकित्सकों की रोस्टर के अनुसार उपस्थिति सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी से अनुपस्थित चिकित्सकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
प्रमंडल अंतर्गत सभी जिलों में 12 वर्ष एवं इससे अधिक आयुवर्ग को 05 जून, 2022 तक 2,35,25,231 कोविड टीकाकरण डोज प्रदान किया गया है। 12 वर्ष एवं इससे अधिक आयुवर्ग में डोज-1 का टीकाकरण प्रतिशत 80.3 है। आयुक्त श्री रवि ने कोविड टीकाकरण में सरकार द्वारा निर्गत निदेशों का अनुपालन करने का निदेश दिया।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि नागरिकों को उत्तम स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए हम सब को प्रतिबद्ध रहना होगा।