अपराधदेशब्रेकिंग न्यूज़राज्य

आफताब आलम और बलराम चौहान ने हायर किया था नाव्या अपहरण करने को…

नाव्या के अपहरण के भले ही छह घंटे के अंदर में पुलिस ने उसे बरामद कर लिया,लेकिन इसके 24 घंटे बाद भी पुलिस इसके मास्टरमाइंड आफताब आलम को नहीं ढूंढ पाई।अपराधियों से पूछताछ के दौरान अपहरण में शामिल मोहम्मद चांद ने केवल सच से बातचीत में बताया कि उन्हें आफताब आलम और बलराम चौहान ने हायर किया था।उसे सनौली चौक से नाव्या को लेकर दालकोला तक पहुंचाने के लिए 30 हजार रुपए देने की बात कही गई थी।चांद ने बताया कि यह डील शनिवार को ही फाइनल हो गई थी।उसे कहा गया था कि जैसे ही वह नाव्या को दालकोला पहुंचाएगा उसे हाथों में 30 हजार रुपये वहीं मिल जाएंगे।मो. चांद ने बताया कि घटना के दिन सोमवार को सुबह 11.30 बजे ही वह गाड़ी लेकर सनौली चौक पहुंच गया था और लगातार आफताब और बलराम के संपर्क में था।नाव्या के घर के आस-पास रहकर वह स्कूल बस का इंतजार करने लगा।बस जैसे आई वह उसका पीछा करने लगा।नाव्या के बस से उतरते ही उसे जबरन खींच कर गाड़ी में बिठा लिया।अपहर्ताओं ने

  • अभिभावकों-शिक्षकों से मिलकर तय होगी गाइडलाइन
  • बसों में लगाएंगे जीपीएस गार्जियन को ही सौंपेंगे बच्चे
  • पुलिस की नजर से बचने के लिए टोल प्लाजा को नहीं किया पार
  • अपहरणकांड का मास्टरमाइंड आफताब अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
  • बरसौनी के आगे नाव्या को दिया कुरकुरे,नाव्या की एक ही रट…अंकल मुझे घर पहुंचा दो 
  • नाव्या को अगवा कर दालकोला तक पहुंचाने के लिए 30 हजार रुपये में तय की गई थी डील
  •  अपहरण में शामिल मो.चांद ने बताया उसे आफताब आलम और बलराम चौहान ने हायर किया था 

बताया कि बरसौनी के आगे महमदिया के पास नाव्या को कुरकुरे खरीद कर दिए थे।लेकिन,नाव्या ने कुरकुरे नहीं खाया।वह सिर्फ एक ही रट लगा रही थी कि अंकल…मुझे घर पहुंचा दो,पापा के पास जाना है।नाव्या को कार में उठाते ही बलराम गाड़ी लेकर तेजी से भागने लगा।पुलिस की नजर से बचने के लिए किसी भी टोल प्लाजा को पार नहीं किया।बरसौनी टोल से जो सड़क मोहम्मदिया होकर डगरुआ के पास निकलती है,उसी से होकर वे लोग दालकोला तक पहुंचे।रास्ते में ही उसे बलराम ने बताया कि दालकोला के आगे एक गाड़ी लगी है जहां तक नाव्या को पहुंचा देना है।इसके बाद तुम वापस हो जाना।इसके बाद चांद कानकी के पास ही नाव्या को बलराम और आफताब के हवाले कर वापस हो गया।चांद ने बताया कि वह मैजिक चलाता है।खुश्कीबाग के बगुला चौक के पास पूरी डील हुई थी।मंगलवार की सुबह नाव्या देर से सोकर उठी।उसके बाद उसने दोस्तों के साथ खूब मस्ती की।अपहर्ताओं के चंगुल से निकली नाव्या के चेहरे पर सोमवार को जहां भय और घबराहट दिख रही थी वहीं,मंगलवार को उसके चेहरे खिले हुए थे।नाव्या की मां

प्रीति विनाकिया ने बताया कि सोमवार को उसकी लाडली देर रात सोई थी।अपहरण की घटना से सहमे उसके साथ पढ़ने वाले आसपास के बच्चे भी स्कूल नहीं गए।नाव्या के अपहरण की घटना से अभिभावक, पुलिस और स्कूल प्रबंधन को गंभीरता से लेते हुए इससे सबक लेना चाहिए।बीएनएमयू के पूर्व प्रोवीसी प्रो.जेपीएन झा कहते हैं कि अब पहले जैसा माहौल नहीं रहा।हमें खासकर अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूक होना होगा।इसके लिए अभिभावक,स्कूल प्रबंधन व पुलिस तीनों को सोचना होगा।स्कूल भेजते और वापस लौटते समय अभिभावक कड़ी निगरानी रखें।ड्राइवर और खलासी को सख्त हिदायत हो कि बच्चे को ठीक से घर और स्कूल पहुंचाएं।ब्राइट कैरियर स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा को लेकर कड़े नियम लागू करने की तैयारी में है।डायरेक्टर गौतम सिन्हा ने बताया कि अब बहुत जल्द स्कूल की सभी बसों में जीपीएस लगाया जाएगा।इसके बाद बच्चों के अभिभावकों के साथ एक बैठक होगी।इसमें सभी अभिभावकों से उनके बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल भेजने के समय खुद गाड़ी तक बच्चों को पहुंचाने और वापस जाने पर उसे लेने के लिए आवश्यक नियम बनाएंगे।बच्चे गार्जियन को ही सौंपेंगे।स्कूल से घर लौट रही सात साल की नाव्या के अपहरण के बाद पुलिस काफी चौकन्ना हो गई है।इसके लिए पुलिस शहर के सभी बड़े स्कूलों के डायरेक्टर और प्रिंसिपल के साथ बैठक करेगी।एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि इस बैठक में गाइडलाइन तय किया जाएगा।उन्होंने बताया कि मंगलवार को ब्राइट कैरियर के डायरेक्टर गौतम सिन्हा से इस मुददे पर चर्चा हुई है।वे जल्द ही शहर के सभी बड़े स्कूलों के डायरेक्टर व प्रिंसिपल के साथ बच्चों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक करेंगे।एसपी ने बताया कि बच्चे सुरक्षित घर से स्कूल और वापस स्कूल से घर पहुंचें,इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट और पुलिस के बीच को-ऑर्डिनेशन की जरूरत है। 

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button