अररिया : प्रभारी मंत्री ने पदाधिकारियों को लोक कल्याणकारी योजनाओं व विकासात्मक योजनाओं को पारदर्शिता व मापदंड एवं गुणवत्तापूर्ण धरातल पर उतारने के लिये दिए कई आवश्यक दिशा निर्देश

बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, पीएचईडी, भवन निर्माण, शिक्षा, आपूर्ति, कृषि, वन प्रमंडल, अल्पसंख्यक कल्याण, पीएम आवास योजना एवं जल जीवन हरियाली अभियान की गहन समीक्षा की गई।
अररिया/अब्दुल कैय्युम, अररिया समाहरणालय स्थित परमान सभागार में शनिवार को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार, सरकार के मंत्री-सह-प्रभारी मंत्री अररिया डॉ आलोक रंजन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ 2022 तथा सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजना की प्रगति एवं उपलब्धी को लेकर समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन के विभागवार गहन समीक्षा की गई। आपदा प्रभारी विजय कुमार द्वारा पीपीटी के माध्यम से बाढ़ पूर्व तैयारी एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं से विस्तार पूर्वक अवगत कराया गया। प्रगति संतोषजनक पाया गया। बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ आलोक रंजन द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को कई लोक कल्याणकारी योजनाओं व विकासात्मक योजनाओं को पारदर्शिता के साथ निर्धारित मापदंड एवं गुणवत्तापूर्ण धरातल पर उतारने के लिये कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, पीएचईडी, भवन निर्माण, शिक्षा, आपूर्ति, कृषि, वन प्रमंडल, अल्पसंख्यक कल्याण, पीएम आवास योजना एवं जल जीवन हरियाली अभियान की गहन समीक्षा की गई। वहीं संभावित बाढ़ 2022 की पूर्व तैयारी को लेकर जिले में नाव की उपलब्धता, पॉलिथीन सीट्स का भंडारण, दैनिक वर्षापात की स्थिति, महाजाल की उपलब्धता, लाइफ जैकेट की उपलब्धता, प्रशिक्षित मोटर बोट चालकों उपलब्धता, प्रशिक्षित गोताखोरों की उपलब्धता, ऊंचे आश्रय स्थल, बाढ़ आश्रय स्थल, इंडस्ट्रियल सायरन की स्थिति, पशुपालन विभाग की तैयारी, स्वास्थ्य विभाग की तैयारी एवं बाढ़ पूर्व तैयारी से संबंधित विभागों के कार्यों की गहन समीक्षा की गई। संबंधित सभी पदाधिकारियों को मंत्री के द्वारा निर्देशित किया गया कि संभावित बाढ़ से सतर्क रहें। आपदा प्रभारी द्वारा बताया गया कि अररिया जिला में कुल 420 नाव उपलब्ध है। जिसमें 336 नाव परिचालन योग्य है। जिला में निजी नाव का परिचालन नहीं होता है। आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर लाभुकों की सूची अद्यतनीकरण की प्रक्रिया की जा रही है।अररिया जिला में कुल 335 उॅंचे बाढ़ शरण स्थल चिन्हित है। जहॉं पेयजल, शौचालय, बिजली, साफ-सफाई इत्यादि की व्यवस्था कर ली गई है। आपात कालीन संचालन केन्द्र का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री राहत कोष की राशि से अररिया जिला में बाढ़ आश्रय स्थल हेतु कुल 14 स्थलों को चिन्हित किया गया है। जिसमें 12 स्थलों पर कार्यपूर्ण कर बाढ़ आश्रय स्थल हस्तगत करा दिया गया है। 01 आश्रय स्थल भवन निर्माण हेतु निविदा का प्रकाशन किया गया है। शेष 01 बाढ़ आश्रय स्थल हेतु कुर्साकांटा अंचल अन्तर्गत चिन्हित स्थल तकनिकी रूप से उचित नही पाये जाने के कारण नये स्थल के चिन्हिकरण का कार्य किया जा रहा है। मानव स्वास्थ्य के देखभाल हेतु स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति एवं जीवन रक्षक दवाओं, हेलोजन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, डी.डी.टी आदि की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में सुलभ है। वहीं कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग अररिया द्वारा बताया गया कि पुल पुलिया के पहुंच पथ में बाढ़ बरसात से कटाव की संभावना को देखते हुए युद्ध स्तर पर मरम्मति करने हेतु संवेदकों को निर्देशित किया गया है। इस प्रमंडल अंतर्गत कुल 277 पथो में अवस्थित 1551 पुल पुलिया में साफ सफाई का कार्य प्रारंभ करा दिया गया है। वर्तमान वर्ष 2022 में संभावित बाढ़ एवं अतिवृष्टि के मद्देनजर आवश्यक सामग्रियों के आपूर्ति एवं भंडारण हेतु आपूर्तिकर्ताओं के चयन की अग्रेत्तर कार्यवाही की जा रही है। कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग फारबिसगंज द्वारा बताया गया की पथो में अवस्थित पुल के पहुंच पथ में बाढ़, बरसात से कटने की संभावना को देखते हुए मरम्मती कार्य करने हेतु संबंधित संवेदक एवं सहायक अभियंता, कनीय अभियंता को निर्देशित किया गया है तथा 664 पथो में अवस्थित कुल 1465 पुल पुलिया की साफ सफाई का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। विगत वर्ष 2021 में बाढ़ से प्रभावित कुल 138 पथों में से क्षतिग्रस्त कुल 112 पथों पुर्नस्थापन का कार्य करते हुए यातायात बहाल कर दिया गया है। समीक्षा के दौरान मंत्री के द्वारा कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग अररिया एवं फारबिसगंज को निर्देशित किया गया कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों पुल पुलिया, तटबंद का मरम्मती कार्य शीघ्र संपन्न करना सुनिश्चित करें। सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि जिले में मरम्मति से संबंधित सड़क, पुल-पुलिया, नए निर्माणाधीन सड़क को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करें। साथ ही कार्य कराते समय निर्धारित मापदंड एवं गुणवत्ता का पूरा अनुपालन करने का निर्देश दिया गया। पीएचडी की समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता अररिया फारबिसगंज को निर्देशित किया गया कि प्रखंड वार अस्थल जांच के उपरांत पूर्ण विवरण निर्धारित समय पर समर्पित करने का निर्देश दिया गया। नगर कार्यपालक पदाधिकारी, अररिया, फारबिसगंज, जोगबनी को निर्देशित किया गया कि शहरी नालो की साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान पाया गया कि नगर कार्यपालक पदाधिकारी अररिया द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों को राशि उपलब्ध नहीं कराया गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री ने अनुमंडल पदाधिकारी अररिया को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि जिले में अवैध ढंग से संचालित नर्सिंग होम की टीम गठित कर जांच कराने का निर्देश दिया गया। कोरोना से मृतक के परिजनों को लंबित राशि की भुगतान हेतु अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश आपदा प्रभारी को दी गई। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जीर्णोद्धार कराने निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन को स्वास्थ्य सेवाएं सभी स्तरों पर सुलभ कराने एवं अस्पतालों में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। सभी अस्पतालों में रूटीन चार्ट के अनुसार नियमित रूप से स्वास्थ्य कर्मियों को अपने कर्तव्य पर तैनात रहने का निर्देश दिया गया। विभाग की समीक्षा के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी विद्यालयों में पठन-पाठन तथा शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता पीएचइडी को निर्देशित किया गया कि नल जल योजना में जहां पर भी त्रुटि है। वहां कार्य को गुणवत्तापूर्ण कराना सुनिश्चित करें। मंत्री के द्वारा संबंधित सभी पदाधिकारियों को कार्य संस्कृति में सुधार एवं योजनाओं को धरातल पर हर हालत में उतारने का निर्देश दिया गया। बैठक में जिला पदाधिकारी श्रीमती इनायत खान, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह, विधायक सिकटी, अररिया, रानीगंज एवं जिला परिषद अध्यक्ष तथा नगर परिषद अध्यक्ष अररिया, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता तथा संबंधित कार्यपालक अभियंता एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।