रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के मध्य विधालय करहंसी में वजीफा पप्पुओं को मिला,लेकिन गर्दन गुरुजी की फंस रही है।सूचना के अधिकार के तहत हुए खुलासे के बाद गुरुजी से लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जमीन खिसक गई है।वजीफे की राशि वसूलने को अधिकारी कागजी घोड़ा दौड़ा रहे हैं।गुरुजी के पप्पुओं को खोजा जा रहा है।दरअसल जिले के सरकारी विधालययों में गुरुजी की मेहरबानी से कई पप्पू वजीफा पा रहे हैं।हद तो यह कि वर्षों से चल रहे इस गोरखधंधे के प्रति विभाग लापरवाह है।पोशाक और छात्रवृत्ति राशि की लूट मची हुई है। दिनारा प्रखंड के करहंसी मध्य विधालय में नौ छात्रों का दोबारा नाम दर्जकर छात्रवृत्ति गटक ली गई।क्या है मामला:-जिले के दिनारा निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता अमर पांडेय ने प्रखंड के मध्य विधालय करहंसी में 2015-16 के छात्रवृत्ति व पोशाक राशि वितरण के बारे में जानकारी मांगी थी।जहां नौ ऐसे छात्रों की सूची दी गई,जिनका दोबारा नामांकन कराकर गुरुजी खुद वजीफा की राशि गटक रहे थे।गेंद अधिकारियों के पाले में,मालुम हो की बीईओ ने गत 30 नवंबर को प्रधानाध्यापक व शिक्षक से राशि वसूली के साथ विभागीय कार्रवाई हेतु जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) को जांच प्रतिवेदन सौंप दिया है।यह तो ट्रेलर है:-करहंसी मध्य विधालय में छात्रवृत्ति राशि में अनियमितता का मामला महज बानगी है।दर्जनों विधालयों में यह गोरखधंधा वर्षों से फल-फूल रहा है।जानकारों की मानें तो कई विधालय के प्रधान अपने सगे-संबंधी के पुत्र- पुत्रियों का नाम विधालयो की नामांकन पंजीमें फर्जी ढंग से दर्जकरा रखे हैं,जो निजी विधालयों में पढ़ रहे हैं।उनके नाम पर छात्रवृत्ति,पोशाक राशि व एमडीएम का चावल गटका जा रहे है। वही डीएम,रोहतास अनिमेष कुमार पराशर ने कहा की छात्रवृत्ति राशि के गबन को गंभीरता से लिया गया है।शिक्षक से लेकर शिक्षा अधिकारियों तक जो भी दोषी पाए जाएंगे,वसूली व विभागीय कार्रवाई के साथ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।